राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने किया नमामी ब्रह्मपुत्र महोत्सव का उद्घाटन

गुवाहाटी
देश के सबसे बड़े नदी महोत्सव नमामी ब्रह्मपुत्र का आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया| 5 दिन तक चलने वाला यह महोत्सव असम के 21 जिलों में एक साथ आयोजित किया जा रहा है| राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शहर के फैंसी बाजार के समीप काछोमारी घाट में दीप जलाकर महोत्सव का उद्घाटन किया|
अपने उद्घाटन भाषण में राष्ट्रपति ने कहा कि पूर्वी भारत और दक्षिण पूर्वी एशिया के इकनोमिक हब के रूप में असम विकसित हो रहा है| प्रधानमंत्री के एक्ट ईस्ट पालिसी का यह सबसे प्रभावशाली द्वार है| उन्होंने कहा कि दक्षिण पूर्वी एशिया, भारत के वाणिज्य और निवेश का महत्वपूर्ण स्थान है|
राष्ट्रपति ने असम की विविध संस्कृति का जिक्र करते हुए कहा कि भारत की शक्ति इस विविधतता को समेटने में है| ब्रह्मपुत्र असम और पूर्वोत्तर क्षेत्र की जीवन रेखा है| असम की संस्कृति और यहाँ की क्षमता को दुनिया के सामने लाने के लिए हर साल नमामी ब्रह्मपुत्र मनाने के राज्य सरकार के पहल की उन्होंने सराहना की|
उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने के लिए देशभर से बड़ी संख्या में लोग राजादुवार घाट पहुंचे| इस मौके पर भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे, राज्य के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित समेत नामी –गिनामी हस्तियाँ उपस्थित थी|
उद्घाटन समारोह के मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा कि आज का यह दिन राज्य के लिए एक ऐतिहासिक दिन है| नमामी ब्रह्मपुत्र महोत्सव से दुनियाभर में असम की पहचान बनेगी| उन्होंने राज्यवासियों की ओर से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे को कार्यक्रम में उपस्थित रहने के लिए धन्यवाद दिया|
नमामी ब्रह्मपुत्र महोत्सव के उद्घाटन के बाद रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसमें असम के विभिन्न जनसमुदायों की परंपरा और संस्कृति की झलक देखने को मिली| बाद में सार्वजनिक रूप से ब्रह्मपुत्र की आरति की गई| इसके अलावा विभिन्न कार्यक्रमों ने उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया| ख़राब मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में लोग ब्रह्मपुत्र के किनारे नमामी ब्रह्मपुत्र महोत्सव का उद्घाटन समारोह का लुत्फ उठाने पहुंचे| 5 दिवसीय देश के इस सर्ववृहद नदी महोत्सव का समापन 4 अप्रैल को होगा|