अगरतला
पहले असम में और फिर मणिपुर में इतिहासिक जीत हासिल करने और अरुणाचल प्रदेश में भी अपनी सरकार बनाने के बाद अब बीजेपी की नज़र त्रिपुरा पर है.
राज्य भाजपा इकाई 7 अप्रैल से त्रिपुरा में विरोध प्रदर्शन के कई कार्यक्रमों की घोषणा की है जिसमें मुख्यमंत्री माणिक सरकार से इस्तीफे की मांग की जाएगी. 7 अप्रैल को ही, राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और अपराधों के खिलाफ सचिवालय के समक्ष धरना दिया जाएगा.
10 अप्रैल को, पार्टी ओबीसी के लिए पर्याप्त आरक्षण की मांग कर राज्य भर में प्रदर्शनों का आयोजन करेगी.
भाजपा के युवा मोर्चा 11 अप्रैल को विभिन्न मांगों को ले कर आगरताला में विरोध प्रदर्शन करेगी. उन मांगों में 10,323 बेरोजगार शिक्षकों के लिए आजीविका, 7.5 लाख युवाओं के लिए रोजगार और सरकारी कर्मचारियों के लिए 7वीं केंद्रीय वेतन आयोग के कार्यान्वयन की अनिश्चितता, शामिल है. इन मांगों को ले कर युवा मोर्चा मुख्य मंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहा है.
बता दें की दो दिन पहले ही मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने आरोप लगाया है कि भाजपा के केंद्रीय मंत्री त्रिपुरा में माकपा की अगुवाई वाली वाम मोर्चा सरकार को राज्य की सत्ता से बेदखल करने के प्रयास में गलत बातें फैला रहे हैं. माकपा ने आरोप लगाते हुए कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय मंत्री लगभग हर सप्ताह त्रिपुरा का दौरा कर रहे हैं और वाम मोर्चा सरकार के बारे में मनगढंत तथ्य पेश कर रहे हैं.