पूसी रेलवे ने शुरू किया कैटरिंग इकाइयों का निरिक्षण अभियान
गुवाहाटी
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने गत 26 जुलाई से 3 सप्ताह के लिए कैटरिंग इकाइयों का निरिक्षण अभियान शुरू किया है| कैटरिंग इकाइयों में रेलवे स्टेशनों पर स्थित रसोई यान, बेस रसोईघर तथा अंचल इकाइयां शामिल हैं|
पूसी रेलवे में सात बेस रसोईघर हैं जो डिब्रूगढ़, गुवाहाटी, कामाख्या, न्यू कूचबिहार, न्यू जलपाईगुड़ी तथा कटिहार में स्थित हैं| निरिक्षण के दौरान स्थान, आईएसओ प्रमाण-पत्र, क्षमता, कर्मचारी, यंत्रीकरण, स्वच्छता, साफ-सफाई, भोजन की गुणवत्ता तथा मात्रा तथा अन्य मानदंडों की समुचित रूप से जांच की गई|
इस अभियान के प्रथम सप्ताह के दौरान 18 रसोई यानों की जांच की गई| इस दौरान रेलवे प्राधिकरण द्वारा निर्धारित मानकों की अवहेलना करने के लिए विक्रेताओं से जुर्माने के रूप में कुल 2 लाख 80 हजार रुपए की वसूली की गई| 4 बेस रसोईघरों की भी जांच की गई तथा दोषी ठेकेदारों से जुर्माना के रूप में कुल एक लाख रुपए वसूले गए| इसके अलावा, 6 फूड स्टॉलों, 3 फूड प्लाजाओं, 4 जलपान कक्षों तथा 1 जन आहार इकाई का भी निरिक्षण किया गया एवं जुर्माना के तौर पर 1 लाख 82 हजार की रकम वसूली गई|
रेलवे बोर्ड की नई कैटरिंग नीति के तहत आईआरसीटीसी ने भोजन की तैयारी और भोजन के वितरण के बीच एक विशिष्ट प्राथमिकता तय कर ट्रेनों में कैटरिंग सेवाओं को सुधारना अनिवार्य किया है| भोजन बनाने की गुणवत्ता को उन्नत बनाने के क्रम में आईआरसीटीसी नए रसोईघरों की स्थापना तथा मौजूदा रसोईघरों को उन्नत बनाएगी|
नई कैटरिंग नीति की महत्वपूर्ण विशेषताएं कुछ इस प्रकार हैं –
- आईआरसीटीसी सभी मोबाइल इकाइयों में कैटरिंग सेवाओं का प्रबंधन करेगी| जोनल रेलवे द्वारा सुपुर्द किए गए रसोई यान ठेकाओं को आईआरसीटीसी को प्रदान किया जाएगा|
- सभी मोबाइल इकाइयों के लिए भोजन आईआरसीटीसी के स्वत्वाधिकार, संचालित तथा प्रबंधित मनोनीत रसोईघरों से हासिल करना होगा|
- आईआरसीटीसी निजी लाइसेंसधारकों को कैटरिंग सेवाओं के प्रावधान के लिए प्रत्यक्ष रूप से आउटसोर्स अथवा लाइसेंस जारी नहीं कर सकती है| आईआरसीटीसी को मालिकाना अपने पास रखना होगा तथा बेस रसोईघरों की स्थापना एवं परिचालन तथा भोजन की गुणवत्ता के संबंध में सभी तरह के मुद्दों पर संपूर्ण रूप से जवाबदेही आईआरसीटीसी की होगी|
- आईआरसीटीसी ट्रेनों में भोजन की सेवा प्रदान करने के लिए हॉस्पिटलिटी उद्योग से सेवा प्रदाताओं की सेवा ग्रहण कर सकती है|
- आईआरसीटीसी को नए अथवा वर्तमान बेस रसोईघरों/ रसोई इकाइयों की स्थापना/विकास/नवीकरण कार्य अधिग्रहण करना होगा|
बोर्ड कार्यालय में एक सेंट्रलाइज्ड कैटरिंग सर्विसेज मोनिटरिंग सेल की स्थापना की गई है तथा यात्रा करने वाले यात्रियों की सटीक समय पर सहायता के लिए कैटरिंग कार्यकलापों से संबंधित यात्रियों की शिकायतों के उचित समाधान के लिए एक टोल फ्री नंबर 1800-111-321 की व्यवस्था की गई है| इसके अतिरिक्त, कैटरिंग कार्यकलापों की दैनिक निगरानी के लिए जोनल तथा मंडल स्तर पर समान प्रारूप में कैटरिंग सर्विसेज मोनिटरिंग सेलों की स्थापना की गई है|
चलती हुई ट्रेन में रेलवे प्रयोगकर्ताओं के लिए अखिल भारतीय हेल्पलाइन नंबर 138 का परिचालन , शिकायतों/सुझावों के सुविधार्थ एक ट्विटर हैंडल की सेवा भी उपलब्ध कराई गई है जिसका पता @IRCATERING है| भारतीय रेल वास्तविक समय आधार पर यात्रियों को सहायता प्रदान कर रही है एवं सोशल मीडिया के माध्यम से उनकी शिकायतों का सटीक निपटान कर रही है|