षणमुगनाथन पर लगे आरोप की जांच नहीं और मेघालय के गृह मंत्री का इस्तीफा देने से इनकार
शिलांग
मेघालय का दो बहुचर्चित काण्ड में नया मोड़ आया है. एक तो केंद्र सरकार ने मेघालय के पूर्व राज्यपाल शंमुगानाथान पर लगे आरोपों की जांच करने से इनकार किया है दूसरा मेघालय के गृह मंत्री भी अपने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है. पढ़िए यह दोनों ख़बरें
षणमुगनाथन पर लगे आरोप की जांच नहीं – किरन रिजीजू
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने मेघालय के राज्यपाल वी षणमुगनाथन पर लगे अनुचित व्यवहार के आरोपों की जांच से इनकार किया है। हालांकी षणमुगनाथन को इन आरोपों के चलते ही राज्यपाल पद से इस्तीफा देना पडा है।
इतर रिजिजू ने कहा, अब तक राज्यपाल के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है। हमारे हाथ (केंद्र सरकार) में कुछ नहीं है। रिजिजू ने कहा कि षणमुगनाथन ने नैतिक आधार पर इस्तीफा दिया। रिजिजू ने कहा,सरकार इस मामले पर जांच बिठाएगी कि नहीं, इस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। अभी इस संबंध में कुछ कहना जल्दबाजी होगी। मेघालय के मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने इससे पहले कहा था कि वह इस मामले में केंद्र सरकार से विचार-विमर्श कर रहे हैं।
मेघालय के गृह मंत्री का इस्तीफा देने से इनकार
उधे मेघालय के गृहमंत्री होरजू दोनकुपर रॉय लिंगदोह ने अपने बेटे के गेस्ट हाउस में एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के सिलसिले में अपने पद से इस्तीफा देने से इंकार दिया है। भारतीय जनता पार्टी समेत कई स्न्गाथानो द्वारा लिंगदोह से इस्तीफे की मांग की जा रहे है I
इस सिलसिले में लिंगदोह का कहना है कि ” गेस्ट हाउस वः नहीं बल्की प्रबंधन द्वारा चलाया जाता है। इस लिए उन का इस्तीफा देने का सवाल ही पैदा नहीं होता है I हालांकी लिंगदोह ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ती है तो पुलिस उन से भी पूछताछ कर सकते हैं। इ
बता दें कि लिंगदोह के बेटे नाथानिल ऑस्बर्ट रिम्माई द्वारा संचालित गेस्ट हाउस में 14 साल की एक लड़की से चार लोगों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया। मेघालय पुलिस ने विभिन्न गेस्ट हाउसों तथा एक सरकारी आवास में 14 साल की एक लड़की से बार-बार हुए दुष्कर्म के मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें एक निर्दलीय विधायक जुलियस किटबोक दोरफांग भी शामिल हैं।