एनसीआर की तर्ज पर स्टेट कैपिटल रीजन निर्माण का प्रस्ताव, गुवाहाटी का नया मानचित्र
गुवाहाटी
राज्य सरकार ने ‘नेशनल कैपिटल रीजन’ (एनसीआर) की तर्ज पर गुवाहाटी महानगर का ‘स्टेट कैपिटल रीजन’ (एससीआर) के रूप में विस्तार करने का प्रस्ताव लिया है| इस तरह उत्तर-पूर्व की परिधि तोड़कर दक्षिण-पूर्व एशिया का द्वार बनाने के अभिलाषी लक्ष्य को वास्तविक रूप देने के लिए राज्य सरकार तत्पर हो उठी है|
इस बीच राज्य सरकार के निर्देश पर गुवाहाटी महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने विस्तारित गुवाहाटी का संभावित एक नया मानचित्र तैयार किया है| इस मानचित्र में कामरूप (महानगर) जिला के अलावा पड़ोसी मोरीगांव, दरंग, नलबाड़ी और कामरूप जिले के वृहत्तर इलाके को शामिल किया गया है| मानचित्र में प्राचीन प्रागज्योतिष्पुर के ऐतिहासिक महत्त्व को स्थान दिया गया है|
संभावित मानचित्र के अनुसार मौजूदा गुवाहाटी महानगर को मोरीगांव जिले के मायंग, दरंग जिले के सिपाझाड़, नलबाड़ी जिले के नलबाड़ी शहर, बरभाग, पश्चिम नलबाड़ी, बरक्षेत्री और कामरूप जिले के गुवाहाटी, कमलपुर, रंगिया, हाजो, आजारा, पलाशबाड़ी, छयगाँव और बोको तक विस्तारित करने का प्रस्ताव ग्रहण किया गया है|
सूत्र के मुताबिक समूचे विषय को वास्तविक रूप देने के लिए जीएमडीए ने शीघ्र ही मैपिंग प्रक्रिया शुरू कर अगस्त महीने तक उसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है| उसके बाद सात सदस्यों को लेकर एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया जाएगा जो देश के कुछ निर्धारित स्थानों का दौरा करेगा| खास तौर से विशेषज्ञ समिति यह जानने की कोशिश करेगी कि किस तरह दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद का विस्तार किया गया है| मैपिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही विषय को जनसुनवाई के लिया रखा जाएगा| जनसुनवाई को ध्यान में रखते हुए ही अब तक परियोजना की लागत तय नहीं की गई है|