नाहिद आफरीन के खिलाफ फतवा, असम सरकार ने बढ़ाई नाहिद की सुरक्षा
गुवाहाटी
असम की 16 वर्षीय गायिका नाहिद आफरीन के खिलाफ 42 मौलवियों द्वारा जारी फतवे के बाद राज्य सरकार ने नाहिद की सुरक्षा कड़ी कर दी है| वहीं मौलवियों के फतवे से डरे बिना नाहिद ने कहा है कि वह गाना जारी रखेगी| नाहिद ने कहा, “मेरी आवाज खुदा का तोहफा है, मैं गाना गाती रहूंगी|”
सभी राजनीतिक दलों और जातीय संगठनों ने इस तरह के फतवे को अत्यंत खतरनाक संकेत बताते हुए फतवा जारी करने वाले तत्वों की जांच करने और अत्यंत कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है| मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि नाहिद को कुछ संगठनों की ओर से धमकी दिया जाना निंदनीय है| राज्य सरकार सभी कलाकारों की पूर्ण सुरक्षा के लिए संकल्पबद्ध है|
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने नाहिद आफरीन और उसके परिवार की संपूर्ण सुरक्षा का निर्देश राज्य के पुलिस महानिदेशक को दिया है|
इधर पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने नाहिद के खिलाफ कुछ मौलवियों के फतवे को असम में भी कट्टरपंथी ताकतों के उभार का प्रमाण बताया| उन्होंने कहा कि इस तरह की कट्टरपंथी ताकतों की वजह से विभिन्न समुदायों के बीच संघर्ष बढ़ने के साथ ही गलतफहमियां पैदा होंगी| इस तरह की गतिविधियों को बढ़ावा देने के खिलाफ पूरी कड़ाई से सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए|
नाहिद आफरीन वर्ष 2015 में इंडियन आइडल जूनियर में दूसरे स्थान पर रही थी| मैट्रिक की पढ़ाई कर रही नाहिद की गायकी के लाखों प्रशंसक हैं| अकसर उसके संगीत कार्यक्रम विभिन्न स्थानों में आयोजित होते रहते है| इसी क्रम में आगामी 25 मार्च को लंका इलाके के उदाली सोनई बीबी कॉलेज में उसके संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया है| दरअसल इस कार्यक्रम का आयोजन एक कब्रिस्तान और मस्जिद के नजदीक है| इसलिए इसे शरियत के खिलाफ बताया जा रहा है| बताया जा रहा है कि फतवा इसलिए भी जारी किया गया है क्योंकि उसने आईएस विरोधी गाना गाया था|