कोकराझाड़ में मध्याहन भोजन को लेकर व्यापक घोटाला

कोकराझाड़
कोकराझाड़ में मध्याहन भोजन को लेकर व्यापक घोटाला सामने आया है| कोकराझाड़ के दोतमा ब्लाक के अंतर्गत रमफलबिल मिडिल इंग्लिश (ME) एंड हायर सेकेंडरी के बोड़ो तथा असमिया माध्यम के स्कूलों के कुल 408 विद्यार्थियों को पिछले 6 महीने से मध्याहन भोजन नहीं मिला है| आरोप है कि स्कूल का प्रिंसिपल विकास निधि का दुरूपयोग कर रहा है|
कुछ दिन पहले दोतमा क्षेत्र के बीटीसी के परिषदीय सदस्य ज्यतिरिन्द्र वारी ने उक्त स्कूल के प्रभारी प्रिंसिपल सुशिल कुमार बसुमतारी के खिलाफ कोकराझाड़ स्थित जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शिकायत दर्ज की थी| उन्होंने आरोप लगाया था कि प्रिंसिपल विद्यार्थियों को मध्याहन भोजन उपलब्ध नहीं करवा रहा है और प्रशासनिक कक्ष में सौ से अधिक चावल की बोरियां जमा रखी गई हैं|
पत्रकारों से बात करते हुए वारी ने कहा कि उक्त स्कूल के विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों ने मुझे प्रिंसिपल की इस हरकत के बारे में सूचना दी है|
उन्होंने कहा, “जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शिकायत दर्ज की गई और उसी के आधार पर मध्याहन भोजन कार्यक्रम के प्रबंधक ध्रुवज्योति दास ने रमफलबिल मिडिल इंग्लिश (ME) एंड हायर सेकेंडरी स्कूल का दौरा किया, जहाँ गोदाम से चावल की 136 बोरियां बरामद की गई जिनमें से तक़रीबन 40 बोरी चावल नष्ट हो चुके हैं|”
वारी ने बताया कि मुख्यमंत्री की विशेष योजना के अधीन वर्ष 2012 -13 में उक्त स्कूल की बीपीएल छात्राओं के नाम पर 100 साइकिल दिए गए थे| लेकिन उनमें से प्रिंसिपल ने लाभार्थियों को अँधेरे में रखकर 8 साइकिल चोरी-छिपे बेच दिए| जब विद्यार्थियों और लाभार्थियों ने इस बारे में प्रिंसिपल से पुछा तो उन्हें कोई जवाब नहीं मिला|
उन्होंने यह भी कहा कि 11 दिसंबर 2015 को चावल वितरित करते हुए प्रिंसिपल को कोकराझाड़ के आईएस कार्यालय द्वारा भेजे गए अधिकारी ने रंगे हाथ पकड़ा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई|
आब्सू के रमफलबिल आंचलिक समिति के अध्यक्ष एम बसुमतारी ने शिक्षा मंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा से मांग की है कि वे स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें|