कोकराझाड़
By Kanak Chandra Boro
निचले असम के कई हिस्सों में गुरूवार रात चक्रवाती तूफान की वजह से घरों, फसलों और अन्य संपत्तियों को व्यापक नुकसान पहुंचा| पेड़ों के उखड़कर सड़क पर गिर जाने से विभिन्न स्थानों पर सड़कें भी अवरुद्ध हो गई। कोकराझाड़ जिले के सेरफांगुड़ी इलाके में कई सरकारी प्रतिष्ठानों को तूफान की वजह से नुकसान हुआ है| तूफान में सरकारी स्वास्थ्य केंद्र, बीएसएनएल टावर और एएसईबी के खंभे तक उखड़ गए|
शाम को लगभग 5.30 बजे शुरू हुआ यह चक्रवाती तूफान करीब एक घंटे तक जारी रहा| हालांकि सेरफांगुड़ी इलाके में रात 8 बजे से मध्यरात्री के 12 बजे तक आए तूफान की वजह से भारी क्षति हुई| सेरफांगुड़ी पुलिस थाने के अंतर्गत कम से कम 30 गांवों में तूफान ने तबाही मचाई जिनमें सेरफांगुड़ी, कोलोबारी, पश्चिम तेंगाईगांव, गोंगर जॉफ़्लोंग, गौसैनीचिना, ऑक्सिगुड़ी, शामथाईबाड़ी, हबरुबाड़ी, आमगुड़ी, खुमगुड़ी, ठुरीबाड़ी, आदि गाँव शामिल हैं| चक्रवाती तूफान में आमगुड़ी और सेरफांगुड़ी क्षेत्र सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
पश्चिम तेंगाईगांव के एक स्थानीय निवासी ने कहा कि दक्षिण पश्चिम दिशा में चार घंटों तक चलने वाले इस तूफान की शुरुआत रात 8 बजे हुई। उन्होंने कहा कि तूफान ने ग्रामीणों की संपत्ति को व्यापक नुकसान पहुंचाया| तूफान की वजह से घरों के टिन उड़ गए, फसल क्षतिग्रस्त हो गई और कुछ सरकारी प्रतिष्ठानों को भी नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि सन 2000 में इसी तरह के चक्रवाती तूफान ने पूरे गोसाईनीचिना इलाके में तबाही मचाई थी, जहां 30 से अधिक गांव बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे।
सूत्रों के मुताबिक सेरफांगुड़ी के नेपालपारा में बीएसएनएल टावर उखड़ गया है| सेरफांगुड़ी में ही जनता कॉलेज के पास स्थित एएसईबी सब स्टेशन भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। तूफान ने पटगाँव इलाके के कचुगाँव और हलंगबाजार में भी तबाही मचाई।
कोकराझाड़ शहर में जगह-जगह पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए है जिस वजह से पूरे शहर में बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई है| पूरा शहर अंधकार में डूबा हुआ है|