खतरे में हिमालय- आ सकता है एम 8 तीव्रता का भूकंप
नई दिल्ली
हिमालय रेंज में जनवरी 2016 में एम 8 तीव्रता का भूकंप आने की संभावना है। रूस के वैज्ञानिक वी. कोस्वोकोव ने यह भविष्यवाणी की है। हालांकी इस भविष्यवाणी में भूकंप का केन्द्र के बारे में कोई खुलासा नहीं किया है। रूसी वैज्ञानिक की इस चेतावनी के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण हिमालय के साथ लगे राज्यों हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा व जम्मू कश्मीर की सरकारों को कई माह पहले ही पत्र लिखकर आगाह कर चुका है।
उधर नेपाल में आए भूकंप के बाद जरनल ‘नेचर जियोसाइंस एंड साइंस’ के सह लेखक और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में काम कर रहे जीन फिलिप एवक ने पहले ही साफ कर दिया है कि अभी भी ऐसे हालात बने हुए हैं, जिससे पश्चिमी नेपाल में कभी भी बड़ा भूकंप आ सकता है।
अर्थमेटिक के एल्गोरिथमिक मैथड पर की गई यह भविष्यवाणी कितनी सही है, इस पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है। हिमालय रेंज जम्मू-कश्मीर से हिमाचल, उत्तराखंड, नेपाल, भूटान, सिक्किम, असम व अरुणाचल प्रदेश तक है। इसके अलावा हिमालय पर्वत के दूसरी तरफ तिब्बत व चीन है।
वैज्ञानिक का कहना है कि वर्ष 1897 से लेकर वर्ष 1950 के बीच इस प्रकार के 4 बड़े भूकंप आ चुके हैं। 4 अप्रैल, 1905 में कांगड़ा में आया भूकंप भी 8 की तीव्रता का था। पिछले कई वर्षों से हिमालय रेंज में ऐसा बड़ा भूकंप नहीं आया है।
रूसी वैज्ञानिक की इस भविष्यवाणी के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने हिमालय से सटे राज्यों को आपदा प्रबंधन पर काम करने की हिदायत दी है।
विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले समय में अगर भूकंप आया तो पश्चिमी नेपाल के साथ भारत का उत्तरी हिस्सा भी इसकी चपेट में आ सकता है। अप्रैल में आए भूकंप के बाद भी अभी तक जमीन के अंदर का दबाव पूरी तरह बाहर नहीं निकल पाया है।वैज्ञानिकों के अनुसार अब यह दबाव पश्चिम की तरफ बढ़ गया है, जिसकी वजह से भारत की राजधानी दिल्ली भी इसकी चपेट में है।