गोर्खालैंड राज्य का गठन आवश्यक – बाईचुंग भूटिया
गंगटोक
भारतीय फूटबॉल के पूर्व कप्तान और 2014 के चुनाव में दार्जीलिंग से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार रहे बाईचुंग भूटिया गोर्खालैंड राज्य के गठन को आवश्यक मानते है| उन्हें लगता है कि अलग गोर्खालैंड राज्य पहाड़ी इलाके की समस्याओं को सुलझाने के लिए आवश्यक है| वे गोर्खालैंड के मुद्दे पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विचारों से सहमत नहीं हैं|
भूटिया ने कहा कि वे सिर्फ अपनी निजी राय दे रहे हैं, लेकिन यह सच है कि पहाड़ी लोगों ने पिछले तीन दशक से अधिक समय से अलग राज्य के लिए संघर्ष किया है|
उन्होंने कहा, “बंगाल सरकार को बड़े भाई की तरह पेश आकर अपने छोटे भाई की समस्याओं को स्थायी रूप से सुलझाने के लिए कदम उठाने चाहिए|”
भूटिया ने कहा कि दार्जीलिंग की पहाड़ियां कभी भी पश्चिम बंगाल का हिस्सा नहीं थी और गोर्खालैंड बनने पर बंगाल के लोगों को यह नहीं सोचना चाहिए कि राज्य विभाजित हो गया है|
सिक्किम के प्रसिद्द फूटबॉल खिलाड़ी का मानना है कि सिक्किम के दो सांसदों को यह मामला संसद में उठाना चाहिए और गोर्खालैंड आंदोलन मुद्दे पर सदन में सांसदों के बीच बहस करवानी चाहिए| भूटिया ने कहा कि गोर्खालैंड समर्थक पार्टियों को बंगाली बुद्धिजीवियों के साथ ही तृणमूल नेताओं का भी समर्थन मिलना चाहिए|