गुवाहाटी
गुवाहाटी उच्य न्यालय के आदेश पर गुवाहाटी के पास आमचांग वन्यजीव अभ्यारण्य में चलाये जा रहे अतिक्रमणरोधी अभियान में अब तक 400 से अधिक घरों को ध्वस्त कर दिया गया है वहीं इस अभियान में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश करने वाले प्रदर्शनकारियों में 4 लोग घायल हो गये हैं, पुलिस ने इस खबर की पुष्टी की है I
असम पुलिस द्वारा जारी एक विग्यप्ति में कहा गया है कि गुवाहाटी उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार, वन क्षेत्र में अतिक्रमण को हटाने के लिए यह अभियान चलाया गया था। इस अभियान में बाधा डालने वाले लोगों पर पुलिस ने ऑंसू गैस के गोले छोड़े जिसमें चार लोग घायल हो गये।
विग्यप्ति के मुताबिक, अभियान में बाधा डालने के लिए कृषक मुक्ति संग्राम समिति केएमएसएस के नेताओं ने लोगों को उकसाया। घायलों को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति खतरे से बाहर है।
विग्यप्ति के अनुसार, इस अभ्यारण्य के पास नवज्योति नगर में विरोध करने वाले प्रदर्शकारियों ने अभियान को रोकने और बाधा पहुंचान की कोशिश की और कर्मचारियों पर पथराव किया जिसमें वन विभाग का एक फोटोग्राफर घायल हो गया।
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि बड़ी संख्या में राज्य के पुलिसकर्मियों, केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल के जवानों के साथ-साथ कामरूप जिला प्रशासन और वन विभाग के कर्मचारियों ने इस कार्वाई में भाग लिया।
कार्यवाई से पहले अधिकारियों ने वहां आश्रय लेने वाले लोगों से जमीन को खाली करने और वहां से हटने की अपील की थी। लोगों ने इस आदेश को मानने से इनकार कर दिया और अभियान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
वन मंत्री प्रमिला रानी ब्रमा ने प्रदर्शनकारियों को आस्त किया कि सरकार उनकी मांगों पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि यह अतिक्रमणरोधी अभियान तीन दिनों तक चलाया जाएगा।