बरपेटा के मेडिकल कॉलेज में 5 नवजात शिशुओं की मौत
बरपेटा
बरपेटा के फकरुद्दीन अली अहमद मेडिकल कॉलेज में बुधवार की शाम 5 नवजात शिशुओं की मौत से सनसनी फैल गई है| अस्पताल में चार घंटे से कम समय के भीतर इन शिशुओं की मौत हो गई| हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने इन मौतों के पीछे कुछ खास कारण बताए हैं|
अस्पताल प्रबंधन ने प्राथमिक जांच के संदर्भ में जिला प्रशासन के प्रतिनिधियों को बताया कि चार नवजात शिशुओं की मौत इसलिए हुई क्योंकि जन्म के समय उनका वजन काफी कम था| इन शिशुओं को जन्म देने वाली महिलाओं की गर्भ धारण के समय उचित देखभाल नहीं की गई थी जिस वजह से ऐसी घटना हुई है|
जिला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की भी कमी है जिस वजह से ऐसी घटनाएं होती हैं |
इधर घटना के सिलसिले में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कहा, “पाँचों नवजातों को न्यू बोर्न बेबी केयर यूनिट में रखा गया था और उनकी उचित चिकित्सा की जा रही थी| लेकिन पाँचों की हालत इतनी जटिल थी कि उन्हें नहीं बचाया जा सका| इनमें से दो प्रसूतियाँ 20 साल से कम उम्र की थी|”
मंत्री ने बताया कि चाइल्ड केयर यूनिट में डॉक्टरों की कोई कमी नहीं है| यहाँ तक कि 2 महीने पहले नया सिक न्यू बोर्न बेबी केयर यूनिट स्थापित किया गया है जहाँ उचित संख्या में डॉक्टर मौजूद हैं|
पिछले कुछ सालों में असम में सबसे ज्यादा नवजात शिशुओं की मौत का मामला सामने आया है| शर्मा ने कहा कि पिछले सालों की तुलना में मेडिकल कॉलेजों में नवजात शिशुओं की मौत के मामलों में कमी आई है|