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असम के वैग्यानिकों ने ग्रीन टी से बनाया टी-वाइन, स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

जोरहट

आब तक आप ने ग्रीन टी का नाम सुना होगा, पीया भी होगा | लेकिन किया आप ग्रीन टी से बना टी-वाइन  यानी शराब का मज़ा कभी लिया है, अगर नहीं तो अब ले सकतेहैं | वैग्यानिकों का दावा है कि टी-वाइन मानव स्वास्थ्य के लिये लाभकारी है।

दरअसल असम के जोरहट में स्थित टोकलाई टी रिसर्च इंस्टीट्यूट के पांच वैग्यानिकों ने एक अनोखे टी.वाइन को विकसित किया है। इसे विकसित करने वाले वैग्यानिकों का दावा है कि इसे पूर्णतया कीटनाशकों से मुक्त ग्रीन टी से तैयार किया गया है जो मानव स्वास्थ्य के लिये लाभकारी है।

टोकलाई टी रिसर्च इंस्टीट्यूट के निदेशक डा. अनूप कुमार बरुआ के अनुसार इस अग्रणी चाय संस्थान के माइकोलॉजी और माइक्रो बायेलॉजी विभाग के वैग्यानिकों ने टी.वाइन की तीन किस्मों को विकसित किया है जिसमें सीटीसी वाइन, आर्थोडॉक्स वाइन और ग्रीन टी वाइन शामिल हैं।

बरुआ ने कहा है कि चाय की इन तीन किस्मों से तैयार किये गये वाइन को अभी तक वाणिज्यिक स्वीकृति नहीं मिली है। स्वीकृति के बाद इसे वाणिज्यिक रूप से पेश की जाएगी।

वैग्यानिकों ने दावा किया है कि  यह टी-वाइन  हार्ट, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर के रोगियों के लिए फायदेमंद साबित होगी। इसके अलावा चाय से बनी शराब पीने से शरीर में कोलोस्ट्रोल की मात्रा कम करने, प्रोस्टेट कैंसर को रोकने, स्ट्रोक के बाद क्षतिग्रस्त दिमाग को विकसित करने में मदद मिलेगी।

वहीं जुखाम, आंख, दांत आदि से जुड़ी बीमारियों में टी-वाइन  कारगर  साबित होगी। इसके अलावा शरीर के हिमोग्लोबिन की मात्रा का भी स्तर सही करने में ये शराब मदद करेगी।

 

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