कोकराझाड़
By Kanak Chandra Boro
असम के राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) NRC के दूसरे ड्राफ्ट में बहुत सारे बोड़ो लोगो का नाम शामिल नही होना आश्चर्यजनक है. जब की बोड़ो लोगों को असम का भूमि पुत्र कहा जाता है. NRC को ले कर यह ब्यान दिया है यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी- लिबरल ( यूपीपीएल ) के केंद्रीय अध्यक्ष एवं राज्य सभा के पूर्व सांसद यू जी ब्रह्मा ने.
कोकराझार के करीब दोतमा में यूपीपीएल का तीसरा स्थापना दिवस के दौरान आयोजित एक जन सभा को संबोधित करने के बाद,सवान्दाताओं से बात चीत करते हुए यू जी ब्रह्मा यह बातें कही.
NESamachar बात करते हुए उन्हों ने कहा कि बोडो लोगों का नाम NRC में नहीं आने का मुख्य कारण शायद दस्तावेजों का नहीं होना है. अधिकतर लोग जंगलों में रहेत हैं और अशिक्षित हैं. दूसरा कारण यह भी है कि 1971 में आये विनाशकारी बाढ़ में उन का सारा संपती नष्ट हो गया था. ज़मीन के और दुसरे ज़रूरी कागज़ात भी बाढ़ में बह गए थे शायद यह भी एक कारण रहा है की बहुत से लोग अपने दस्तावेज़ NRC अधिकारियों को नहीं दे पाए हैं.
हम ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है की ऐसे लोग जिन का नाम NRC में नहीं आ सका है. उन की मदद करें. और जो दस्तावेज़ NRC को चाहिए उस संबंध में जंगल में रहने वाले बोडो लोगों की मदद करें.
यू जी ब्रह्मा ने कहा कि एनआरसी सुप्रीमकोर्ट द्वारा शुरू किया गया एक प्रक्रिया है. इसके विरुद्ध हम नही जा सकते है. लेकिन हाल ही में NRC को ले कर टीएमसी के बयानों का निंदा करते हुए उन्हों ने कहा कि NRC पर राजनीति करना उचित नहीं है.