असम के कोकराझार जिले के सर्फानगुरी स्थित कैम्प में एनडीएफबी (पी) ने अपना 30वां शहीद दिवस मनाया .
कोकराझार
असम के कोकराझार जिले सर्फानगुड़ी स्थित अपने देज़िगनेटेद कैम्प में आज एनडीएफबी (पी) ने अपना 30वां शीद दिवस मनाया .
आप को बात दें कि 3 अक्टूबर 1986 को वर्तमान उदालगुड़ी जिले के कासिवारी में रंजन दैमारी के नेतृत्व में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड ( एन डी एफ बी ) ने हाथो में हथियार उठाया था ओर 14 सितंबर 1988 के दिन एनडीएफबी के एक्शन कमांडेंट बी बौखउँगुरा शहीद हुवा था तब से ही एनडीएफबी शहीद दिवस मनाता आ रहा है.
सर्फानगुड़ी के अलावा उदालगुड़ी जिले के साफेकाटा ओर बक्सा जिले के वरवारित में भी एनडीएफबी (पी) ने अपना 30वां शहीद दिवस मनाया.
सर्फानगुड़ी कैम्प में एनडीएफबी ( पी ) के साधारण सचिव गोविन्द बसुमतारी ने संगठन का झंडा उत्तोलन किया जबकी शाहिद बेदी पर दीप प्रज्वलित कर एनडीएफबी ( पी ) सेना अध्यक्ष बी बोलोंगोराई ने श्रधांजलि दिया. इसके बाद संगठन के नेता कैडर , अबसू , यूपीपीएल दल के नेताओं ने भी माला अर्पण कर श्रधांजलि दिया.
एनडीएफबी (पी ) के साधारण सचिव गोबिन्द बसुमतारी ने कहा कि बीजीपी सरकार ने सत्ता में आने के बाद बोडोलैंड समस्या की समाधान किये जाने की बात कही थी लेकिन अभी तक इसका समाधान नही हुवा है. जबतक अलग बोडोलैंड राज्य नही मिलता हमारा गणतांत्रिक आनदोलन चलता रहेगा.