असम – बाढ़ में सर्वस्व लूटाकर किसान ने की आत्महत्या
मोरीगांव
बाढ़ में अपना सब कुछ गंवाने के बाद असम के मोरीगांव जिले में एक किसान ने आत्महत्या कर ली है| मोरीगांव जिले के बरडुबाटोप का कुशल नाथ नामक किसान उन हजारों किसानों में से एक था जिन्होंने पिछले डेढ़ महीने से जारी भीषण बाढ़ में अपना सबकुछ गंवा दिया था|
कुछ समय से कुशल नाथ को मजबूरन बुढ़ागाँव राहत शिविर में आश्रय लेना पड़ रहा था| सरकारी तौर पर उक्त इलाके में कोई राहत शिविर स्थापित नहीं किए जाने पर यह राहत शिविर स्थानीय लोगों के प्रयास से बनाया गया था|
कुशल नाथ नामक किसान इस बार ही नहीं इससे पहले वर्ष 2002 में भी विनाशकारी बाढ़ में अपना सबकुछ गंवा चुका था| काफी मुश्किलों से गुजरते हुए उसने अपने परिवार को संभाला था और उन्हें नई जिंदगी दी थी| लेकिन इस बार की भयावह बाढ़ ने उसका सब कुछ तबाह कर दिया और आखिरकार हताश होकर उसे आत्महत्या का मार्ग चुनना पड़ा|
मोरीगांव के पुलिस अधीक्षक स्वप्ननील डेका ने बताया कि कुशल नाथ नामक किसान को एक अस्थाई शिविर में बाढ़ से बचने के लिए रखा गया था| वह कोई सरकारी राहत शिविर नहीं था| पिछले कुछ दिनों से वह बहुत बेचैन था और इसी बेचैनी में उसने यह बड़ा कदम उठाया|