त्रिपक्षीय बैठक से पहले असम के मुख्यमंत्री और आसू प्रतिनिधियों के बीच चर्चा
नई दिल्ली
आसू, भारत सरकार और असम सरकार के बीच बुधवार को त्रिपक्षीय वार्ता के आयोजन से पहले ही आज मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने आसू के प्रतिनिधियों से बातचीत की| दिल्ली के असम भवन में मुख्यमंत्री ने आसू के प्रतिनिधियों से मुलाकात की| इस दौरान असम सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे|
लगभग 2 घंटे तक चली इस बैठक के दौरान असम समझौते की सभी अनुबंधों पर चर्चा की गई| ख़ास तौर से अनुबंध 6 और 7 पर चर्चा हुई जो मूलनिवासियों की संवैधानिक और उनकी आर्थिक सुरक्षा से संबंधित है|
बैठक के दौरान असम से अवैध नागरिकों को खदेड़ने के लिए मुख्यमंत्री और छात्र संघ के प्रतिनिधियों के बीच एनआरसी अद्यतन प्रक्रिया पर भी चर्चा हुई| मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने बताया कि एनआरसी अद्यतन प्रक्रिया पर लगातार उनकी नजर है और इस सिलसिले में अब तक लगभग 40 बैठकें हो चुकी हैं|
बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि कल यानी बुधवार को गृह मंत्री के साथ होने जा रही बैठक में युद्ध स्तर पर सीमा को सील किए जाने का मुद्दा उठाया जाएगा| इस संबंध में मुख्यमंत्री सोनोवाल ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें सीमा सील किए जाने को लेकर प्रतिबद्ध है| यहाँ तक की नदी किनारे की सीमा को भी पूरी तरह सील किया जाएगा ताकि अवैध घुसपैठ को हमेशा के लिए रोका जा सके| मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा दूर-दराज और सीमावर्ती इलाकों के विकास के लिए उठाए गए कुछ पहलों की भी जानकारी दी|
गृह मंत्रालय स्तर पर कल त्रिपक्षीय बैठक में बाढ़ और भू-कटाव की समस्या के साथ ही नदी द्वीप माजुली को ब्रह्मपुत्र के कहर से सुरक्षित करने का मुद्दा भी उठाया जाएगा|
मुख्यमंत्री और आसू प्रतिनिधियों के बीच हुई इस बैठक में मंत्री चंद्र मोहन पटवारी, मुख्या सचिव वी.के पिपरसेनिया, प्रधान सचिव (गृह) हेमंत नार्जारी, ADGP(SB) पल्लव भट्टाचार्य समेत वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे| वही आसू की ओर से अध्यक्ष दीपांक नाथ, महासचिव लुरिनज्योति गोगोई, सलाहकार समुज्ज्वल भट्टाचार्य और बसंत डेका ने बैठक में हिस्सा लिया|