चीन के पर्यटन मानचित्र में जिरो लोकप्रिय टूरिस्ट स्पॉट
ईटानगर
चीन ने हाल ही में अपने पर्यटन मानचित्र में अरुणाचल प्रदेश के जिरो को लोकप्रिय टूरिस्ट स्पॉट के रूप में शामिल किया है| सिक्किम के डोकलाम को लेकर जारी तनाव के बीच ही एक अन्य पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश के भू-खंड पर चीन ने अपना दावा किया है| प्रदेश की राजधानी ईटानगर से 115 किलोमीटर दूर पर्यटन शहर जिरो पर चीन के दावे ने भारत की संप्रभुता को चुनौती दी है|
गुवाहाटी से प्रकाशित होने वाले दैनिक समाचार पत्र नियमिया वार्ता की खबर के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश के जिरो को चीन ने अपने देश का लोकप्रिय पर्यटन स्थल बताते हुए अरुणाचल प्रदेश की जमीन पर अपना दावा किया है| पर्यटन मानचित्र में भारत के अरुणाचल प्रदेश के जिरो को अपने देश का पर्यटन स्थल बताने वाले चीन के इस हरकत से तीखी प्रतिक्रिया है|
गत अप्रैल महीने में तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा के अरुणाचल दौरे को लेकर विरोध जताने से ही चीन शांत नहीं बैठा बल्कि अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत बताकर उसने 6 प्रमुख स्थानों पर अपना नामकरण कर दिया| अब प्रदेश के जिरो पर भी अपना हक जताकर चीन ने भारत विरोधी स्थिति को एक बार फिर स्पष्ट किया है|
पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश की अंतर्राष्ट्रीय सीमा में चीन के पीएलए जवान अकसर घुसपैठ करते है| दशकों से चीन अरुणाचल पर अपना दावा कर रहा है| इसी आधार पर मई 2011 में भी प्रदेश के जिरो इलाके को अपना बताकर चीन ने विवाद खड़ा किया था| छह साल बाद पुनः जिरो को अपने पर्यटन मानचित्र में शामिल कर चीन ने भारत विरोधी मानसिकता का प्रमाण दिया है|