शिलांग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर को दक्षिण पूर्व एशिया का प्रवेशद्वार बनाने का लक्ष्य रखते हुए सात राज्यों में कई आधारभूत परियोजनाओं की शुरुआत की है| साथ ही सातों राज्यों में सड़कों और राजमार्गों को सुधारने के लिए 40 हजार करोड़ रुपए लागत की परियोजना शुरू की गई है|
प्रधानमंत्री ने हालांकि इस बात पर अफसोस भी जताया कि हाल के राष्ट्रव्यापी स्वच्छता सर्वेक्षण में 50 सबसे स्वच्छ शहरों में पूर्वोत्तर से सिर्फ गंगटोक अपनी जगह बना पाया| स्वच्छता को क्षेत्र में हर किसी के लिए बड़ी चुनौती करार देते हुए उन्होंने कहा कि स्वच्छता पैमाने पर 100 से 200 स्वच्छ शहरों के बीच पूर्वोत्तर के चार शहर हैं, जबकि 200 से 300 स्वच्छ शहरों में पूर्वोत्तर के सात शहर आते हैं, जिनमें शिलांग 276वें स्थान पर हैं|
प्रधानमंत्री विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए शिलांग में प्रमुख स्वयंसेवी संगठन भारत सेवाश्रम संघ के शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहे थे| उन्होंने कहा कि हमें पूर्वोत्तर को दक्षिण पूर्व एशिया का प्रवेशद्वार बनाना होगा और यह प्रवेश द्वार अगर गंदा होगा तो यह सपना पूरा नहीं होगा| उन्होंने लोगों और संघ जैसे संगठनों से स्वच्छता अभियान के लिए साथ आने को कहा| कई सालों बाद भी पूर्वोत्तर का संतुलित विकास नहीं होने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने अपने सभी संसाधनों के साथ यहाँ राज्यों के संपूर्ण और संतुलित विकास की योजना बनाई है|
मोदी ने कहा कि इन सभी उपायों से पूर्वोत्तर को दक्षिण पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार बनाने में मदद मिलेगी| प्रधानमंत्री ने ऐलान किया कि पूर्वोत्तर को जल्द ही ‘उड़ान’(उड़े देश का आम नागरिक) योजना से जोड़ा जाएगा| क्षेत्र में छोटे हवाई अड्डे विक्सित किए जाएंगे जबकि शिलांग हवाई अड्डे की हवाई पट्टी के विस्तार को भी मंजूरी दी गई है|