आब्सू के आंदोलन का नया रूप, बोड़ोलैंड के लिए सामूहिक रक्तदान
कोकराझाड़
आब्सू ने आंदोलन का एक नया रास्ता अख्तियार करते हुए अलग बोड़ोलैंड राज्य का गठन नहीं होने तक सामूहिक रूप से रक्तदान का फैसला लिया है|
अखिल बोड़ो छात्र संघ (आब्सू) द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आब्सू के कार्यकर्ताओं द्वारा किए जाने वाले सामूहिक रक्तदान की तैयारी के लिए सोमवार को आब्सू के केंद्रीय कार्यालय बोड़ोफा भवन में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया| इस कार्यक्रम में कोकराझाड़ और चिरांग जिले के 150 से अधिक आब्सू कर्मियों ने हिस्सा लिया| उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए झारखंड के स्वैच्छिक रक्तदाता एसोसिएशन के डॉ. सुनील मुखर्जी और डॉ. अमित चक्रवर्ती तथा एनजीओ एएनटी के संचालक डॉ. सुनील कौल को बुलाया गया था, जिन्होंने रक्तदान के बारे में विस्तारपूर्वक बताया और जागरूक किया|
बोड़ोलैंड आंदोलन को आगे बढ़ाते हुए आब्सू आगामी 23 अप्रैल से रक्तदान शिविर का आयोजन करेगा जो 23 मार्च 2018 तक जारी रहेगा| इसकी शुरुआत 23 अप्रैल को कोकराझाड़, 24 अप्रैल को चिरांग, 25 अप्रैल को बाग्सा, 26 अप्रैल को उदालगुड़ी और 27 अप्रैल को शोणितपुर जिले से की जाएगी|
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि बोड़ो समुदाय अपने अस्तित्व तथा भारतीय संघ में अपनी एक अलग पहचान के लिए इस रक्तदान जैसे महादान के जरिए पूरे विश्व को अच्छा संदेश देना चाहता है| यह एक महान पहल होगी और जब तक अलग बोड़ोलैंड राज्य का गठन नहीं होता तब तक यह पहल जारी रहेगी|