उग्रवादी संगठन ने दी धमकी – हिंदीभाषी,बंगाली कार्बी आंगलांग छोड़े
गुवाहाटी
पीपुल्स डेमोक्रेटिक काउंसिल ऑफ कार्बी लोंगरी ने कार्बी आंगलांग में बसे हिंदीभाषियों और बंगालियों को 31 मार्च तक कार्बी आंगलांग छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है| एनडीएफबी से अलग होने के बाद आई.के संग्बिजित ने एनएससीएन(खापलांग)और उल्फा(स्वाधीन) की मदद से पीपुल्स डेमोक्रेटिक काउंसिल ऑफ कार्बी लोंगरी (पीडीसीके) नामक उग्रवादी संगठन का गठन किया था, जिसका मकसद कार्बी आंगलांग की सार्वभौमिकता है| संग्बिजित म्यांमार में छिपा हुआ है|
एक समाचार चैनल को दिए गए साक्षात्कार में संग्बिजित ने कहा कि बाहरी लोगों के आने से कार्बी समाज का अस्तित्व खतरे में है| कार्बी संस्कृति और सभ्यता को नुकसान हो रहा है| इसलिए हिंदीभाषी और बंगाली समुदाय के लोगों को कार्बी आंगलांग छोड़ना होगा| यदि उनका आदेश नहीं माना गया तो इसके खतरनाक परिणाम सामने आएंगे|
खुफिया जानकारी के अनुसार इस गुट के पास करीब 60 कैडर हैं| यह कार्बी आंगलांग के पूर्व उग्रवादियों के कैडरों को अपने साथ करने का प्रयास कर रहा है|
इधर राज्य के विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) कुलधर सैकिया ने कहा कि इस तरह की धमकी उग्रवादी संगठन देते रहते है| इससे भयभीत होने की जरुरत नहीं है| म्यांमार की सीमा पर सुरक्षाबलों की नजर है| राज्य पुलिस किसी भी परिस्थिति से निपटने में सक्षम है|