Northeast की – ख़बरें फ़टाफ़ट 24 March 2017

गुवाहाटी – शहर से सभी होर्डिंग्स हटाने का आदेश
आगामी 31 मार्च से होने जा रहे नमामी ब्रह्मपुत्र महोत्सव को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने अगले तीन दिन के अंदर शहर से सभी होर्डिंग्स हटाने का आदेश दिया है| यहाँ तक कि प्रशासन ने लोकप्रिय गोपीनाथ बरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से सटे इलाकों में भी होर्डिंग हटाने का आदेश जारी किया है| साथ ही शहर में पेय जल की आपूर्ति के लिए जारी सभी निर्माण कार्यों को भी फिलहाल रोक दिया गया है| दूसरी ओर 27 मार्च से पहले शहर की सड़कों के मरम्मत के आदेश दिए गए है|
मोरीगांव – बांग्लादेशी घोषित होने के 6 साल बाद निलंबित शिक्षक
6 साल पहले विदेशी न्यायाधिकरण द्वारा बंगलादेशी घोषित किए गए मकसूद आलम देवान नामक एक मदरसा के शिक्षक को बीजेपी नीत असम सरकार ने नौकरी से निलंबित कर दिया है| पुलिस के अनुसार मकसूद अपनी पत्नी और बच्चों के साथ फरार है| कुछ हफ्ते पहले जारी एक आदेश में मदरसा शिक्षा विभाग के निदेशक ने मकसूद आलम देवान को नौकरी से निलंबित कर दिया था| मकसूद मोरीगांव जिले के तेलाही इस्लामिया सीनियर मदरसा का सहायक शिक्षक था| 2007 में ही मकसूद और उसके परिवार के खिलाफ भारतीय नागरिक नहीं होने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया गया था| 2010 में विदेशी न्यायाधिकरण ने उन्हें बंगलादेशी घोषित कर दिया, जिसके बाद उन्होंने गुवाहाटी हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया| जब वहां भी न्याय नहीं मिला तो पूरा परिवार फरार हो गया|
गुवाहाटी – सिनेमा हॉल में कार पार्किंग फीस पर बैन
गुवाहाटी नगर निगम ने आज एक निर्देश जारी करते हुए शहर के सभी सिनेमा हॉल प्रबंधन द्वारा लिए जाने कार पार्किंग फीस पर बैन लगा दिया है| अब से सिनेमा हॉल में फिल्म देखने आए किसी भी दर्शक से सिनेमा हॉल प्रबंधन कार पार्किंग फीस नहीं ले सकेगा| गुवाहाटी नगर निगम ने आम लोगों से लिखित शिकायत दर्ज कराने को कहा है ताकि सिनेमा हॉल के अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जा सके|
गुवाहाटी – सुबोध विश्वास से असम पुलिस की पूछताछ जारी
सिलापथार कांड के मुख्य आरोपी सुबोध विश्वास से असम पुलिस की पूछताछ लगातार जारी है| पुलिस की पूछताछ में सुबोध ने कहा कि राज्य तथा देश के कई राजनीतिक नेताओं के साथ उसके घनिष्ठ संबंध है| विश्वास को एडीजीपी(कानून-व्यवस्था) मुकेश अगरवाला के नेतृत्व में विशेष जांच दल ने पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया था| एडीजीपी मुकेश अगरवाला के अनुसार सुबोध और उसका साथी सुभाष पश्चिम बंगाल के विभिन्न स्थानों में आश्रय ले रहा था| दोनों हर दो दिन में अपनी जगह बदल रहे थे| लेकिन बाजितपुर में वे 3 दिन तक ठहरे हुए थे जिस दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया| इस बीच विभिन्न संगठन सुबोध को कड़ी सजा देने की सरकार से मांग कर रहे है|