मणिपुर में चुनावी हलचल- फुंगजाथंग तोनसिंग ने कांग्रेस छोड़ा
मणिपुर
140 दिनों से चली आ रही आर्थिक नाकेबंदी से बेहाल मणिपुर में चुनावी हलचल शुरू हो गयी है. इसी बीच मणिपुर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फुंगजाथंग तोनसिंग ने कांग्रेस छोड़ कर र नैशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) में शामिल हो गए हैं । इस्तीफे के लिए भेजे गए लेटर में तोनसिंग ने इस्तीफे का कारण नहीं बताया है। तोनसिंग मणिपुर में कांग्रेस के करीब 20 साल के शासन में मंत्री और प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रहे, लेकिन हाल ही में उन्हें कांग्रेस मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था। हालांकि, उन्हें 11वीं मणिपुर विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी ने टिकट दिया था। शनिवार को एक कार्यक्रम में एनपीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कोनराड के. संगमा ने उनका पार्टी में स्वागत किया।
यूनाइटेड नगा काउंसिल को प्रतिबंधित संगठन घोषित करने की मांग-
उधर मणिपुर के कांग्रेस विधायक दल ने केंद्र से यूनाइटेड नगा काउंसिल को जल्द से जल्द प्रतिबंधित संगठन घोषित करने की मांग की। इस सन्दर्भ में मुख्यमंत्री इबोबी सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास अनुरोध भेज दिया।
बता दें की यूएनसी के कैडर मणिपुर में सात नये जिलों के गठन के विरोध में पिछले वर्ष एक नवंबर से आर्थिक नाके बंदी कर रखा हैI
मणिपुर प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रवक्ता के जॉयकिशन ने सभी राजनीतिक दलों से सीएलपी के फैसला का समर्थन करने की अपील की। उन्होंने यूएनसी द्वारा लागू की गयी अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकाबंदी के कारण राज्य के लोगों को हो रही परेशानियों को खत्म करने के लिए इसका समर्थन करने की अपील की। जॉयकिशन ने मणिपुर भाजपा के नेताओं से यूएनसी को प्रतिबंधित करने के लिए केंद्र में पार्टी के नेतृत्व वाली राजग सरकार को रजामंद करने की विशेष अपील की।
मणिपुर में राज्य विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद अभी तक प्रचार में तेजी दिखाई नहीं दे रही है। 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए वहां दो चरणों में चुनाव होने हैं और 17 मार्च तक नई विधान सभा बन जानी चाहिए । यूएनसी की नाकाबंदी के कारण राज्य में आम जनजीवन बाधित हुआ है और जरूरी सामानों की कीमत में भारी उछाल आयी है।