नोटबंदी के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस का रिजर्व बैंक घेराव
गुवाहाटी
नोटबंदी के खिलाफ कांग्रेस के देशव्यापी रिजर्व बैंक कार्यालय घेराव आंदोलन के तहत बुधवार को शहर के पानबाजार स्थित रिजर्व बैंक का भी प्रदेश कांग्रेस ने घेराव किया| एआईसीसी महासचिव सीपी जोशी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा की अगुवाई में बड़ी संख्या में पहुंचे पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश विरोधी बताते हुए विमुद्रीकरण को तुगली फरमान ठहराया| कांग्रेस ने देश को आर्थिक तबाही की ओर ले जाने का प्रयास बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी के इस्तीफे की मांग भी की|
इस अवसर पर सभी कांग्रेसी नेताओं ने अपने भाषणों में प्रधानमंत्री मोदी पर तानाशाही चलाने का आरोप लगाया| नोटबंदी को देश के संसदीय लोकतंत्र को कमजोर और फासिस्ट ताकतों को मजबूत करने वाला कहा गया|
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सीपी जोशी के मुताबिक प्रधानमंत्री का भरोसा स्वतंत्र संवैधानिक संस्थाओं में नहीं है| इसीलिए रिजर्व बैंक के गवर्नर की राय लिए बिना महज चार निदेशकों से बात कर नोटबंदी का तुगलकी निर्णय लिया गया| उन्होंने कहा कि रिज़र्व बैंक के गवर्नर या तो अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाएं या फिर इस्तीफा दे दें|
इधर नोटबंदी के फैसले को अलोकतांत्रिक कदम ठहराते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा कि जब तक इस तरह का मनमानी भरा निर्णय वापस नहीं होता कांग्रेस कर्मी आंदोलन करते रहेंगे| पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के मुताबिक नोटबंदी के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की गरीब जनता, किसानों, मजदूरों और विद्यार्थियों की पीठ पर छुरा भौंका है| यह सब आरएसएस के इशारे पर किया जा रहा है|
रिज़र्व बैंक घेराव आंदोलन के अवसर पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भुवनेश्वर कलिता, असम कांग्रेस के केंद्रीय समन्वयक सुमन मित्र, पूर्व मंत्री प्रद्युत बरदोलोई, पूर्व विधायक भूपेन बोरा, विधायक रेकिबुद्दीन अहमद आदि ने भी अपने-अपने विचार सामने रखे|
स्थानीय प्रशासन ने प्रदर्शन करने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बोरा, सांसद कलिता, पूर्व मंत्री बरदोलोई समेत तकरीबन 500 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के बाद दिघलीपुखुरी में कुछ समय रोके रखा और फिर छोड़ दिया|