असम का हिंदूकरण करने की साजिश– तरुण गोगोई का आरोप
गुवाहाटी
असम के पूर्व मुख्यमंत्री तथा वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तरुण गोगोई ने बीजेपी पर असम का हिंदूकरण करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है| उन्होंने असम की भाजपा गठबंधन सरकार पर राज्य में चल रही एनआरसी अद्यतन प्रक्रिया को जानबुझकर धीरे करने का आरोप लगाया ताकि घुसपैठियों को शामिल किया जा सके|
सरकार पर असम का हिंदूकरण करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि विदेशी मुक्त असम का नारा देकर सत्ता में आने वाली भाजपा सरकार ना तो विदेशी घुसपैठ को भगा पाने में सफल हुई है और ना ही एनआरसी का ही कार्य पूरा कर सकी है| यही वजह है कि मुद्दों को भटकाने के लिए हिंदूओं के अल्पसंख्यक होने का राग अलापा जा रहा है| उन्होंने कहा कि सरकार विदेशी घुसपैठ मामले पर गंभीर नहीं है| राज्य में एनआरसी और विदेशी घुसपैठियों को पहचानने का कोई कार्य पूरा नहीं हुआ है|
गुवाहाटी हाईकोर्ट के पंचायती कागजात पर दिए गए फैसले उन्होंने भाजापा सरकार की साजिश करने का भी आरोप लगाया| उन्होंने कहा कि एनआरसी में नाम शामिल करने के लिए सिर्फ पंचायत द्वारा सत्यापित कागजात के अलावा और भी कई दस्तावेज दिए जा रहे है| लेकिन जिस तरह पंचायत द्वारा सत्यापित किए कागजातों को मानने से हाई कोर्ट ने इनकार किया है यह फैसला पंचायत पर ही सवाल उठाती है| उन्होंने इस फैसले के पीछे सरकार की साजिश करने का आरोप लगाया और ऐसे हालात में पंचायत को खत्म कर देने की बात कही|
गोगोई ने भाजपा को चुनावी वादों की याद दिलाते हुए कहा कि विदेशी मुक्त, प्रदूषण मुक्त असम का नारा देने वाली भाजपा जनता से किए अपने वादे भूल चुकी है और असम का हिंदूकरण करने पर तुली हुई है| उन्होंने आरोप लगाया कि असम में विदेशी हिंदू आयात किया जा रहा है और मुस्लिमों को निर्यात करने के लिए सरकार क़ानून बना रही है|
राज्य की सोनोवाल सरकार से सवाल करते हुए उन्होंने पूछा कि आप विदेशी मुक्त असम बनाने की इच्छा रखते है तो बताएं कि अभी तक इस मामले में सरकार ने क्या कदम उठाएं है| अगर विदेशी घुसपैठिए की पहचान में देरी होती है तो एनआरसी प्रक्रिया में वे भी आ जाएंगे| फिर असम विदेशी मुक्त कैसे होगा|
दिल्ली के असम भवन में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए गोगोई ने कहा कि कांग्रेस की पिछली सरकार में एनआरसी अद्यतन प्रक्रिया का कार्य काफी तेजी से हुआ था| लेकिन मौजूदा सरकार अब तक एनआरसी का ड्राफ्ट तक तैयार नहीं कर पाई है|