गुवाहाटी
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री द्वारा संसद में लोअर सुबनसिरी जल विद्युत परियोजना का काम जल्द शुरू किए जाने की घोषणा का राज्य के विभिन्न संगठनों ने विरोध किया है| आसू, कृषक मुक्ति संग्राम समिति समेत अन्य संगठनों ने आंदोलन को सड़क से संसद ले जाने की धमकी दी है|
केएमएसएस सलाहकार तथा कृषक मुक्ति संग्राम समिति के नेता अखिल गोगोई ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री की इस घोषणा को दिल्ली की दादागिरी और असमवासियों की भावनाओं का अपमान बताया है| एक प्रेस कांफ्रेंस में अखिल गोगोई ने कहा कि बाँध निर्माण को रोकने के लिए हम खून बहाने से लेकर शहादत देने तक को तैयार है| असम के विशेषज्ञों ने गेरुकामुख में बाँध निर्माण किए जाने को असम के लिए भारी खतरा बताया है, लिहाजा हम केंद्र सरकार द्वारा तय स्थान, आकार और डिजाईन की जल विद्युत् परियोजना को किसी भी कीमत पर पूरा नहीं होने देंगे|
आसू ने भी केंद्र सरकार की इस घोषणा का कड़े शब्दों में विरोध करते हुए कहा है कि असम के चार विशेषज्ञों की सलाह को दरकिनार कर बाँध निर्माण किए जाने का किसी भी हालत में समर्थन नहीं किया जा सकता| आसू ने मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल से इस बारे में केंद्र सरकार से बातचीत करने की अपील की है|
एजेवाईसीपी ने भी बाँध निर्माण संबंधी घोषणा को वापस लेने की मांग की है| एजेवाईसीपी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को गोलाघाट, मंगलदै सहित अन्य कई शहरों में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पियूष गोयल के पुतले फूंककर विरोध प्रदर्शन किया|