कोकराझाड़
कोकराझाड़ में सशस्त्र सीमा बल का 54वां स्थापना दिवस जोर शोर से मनाया गया । इस अवसर पर विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं जैसे कि बच्चों की जलेबी रेस, जवानों के बीच में रस्साकशी और महिलाओं के लिए म्यूज़िकल चेयर का भी आयोजन किया गया जिसमें विजेता रहे प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर श्री प्रकाश, द्वितिय-कमान (कार्यवाहक कमांडेंट) ने बल के संक्षिप्त इतिहास के बारे में बताया कि सशस्त्र सीमा बल का गठन अक्तूबर 1963 में विशेष सेवा ब्यूरो के नाम से हुआ था जिसका उद्देश्य सेवा सुरक्षा एवं बंधुत्व था एवं बल के गठन का मुख्य उद्देश्य वर्ष 1962 में भारत पर चीनी आक्रमण था ।
श्री बी. एन. मल्लिक के निर्देशन में विशेष सेवा ब्यूरो की स्थापना सबसे पहले असम के तेज़पुर तथा अरुणाचल में मंत्रीमण्डल सचिवालय के तत्वाधान में हुई थी तथा एस. एस. बी. वर्तमान समय में भारत नेपाल और भारत भूटान सीमा पर अपनी सेवाएं देने के साथ साथ सीमवर्ती प्रदेशवासियों में साक्षरता, श्रम की गरिमा का पाठ पढ़ाते हुए स्वयं सहायता तथा श्रमदान के आधार पर सड़कों, पुलों, नालियों आदि के निर्माण में सहायता प्रदान कर रहा है इसके अतिरिक्त सीमावर्ती इलाकों में पानी की आपूर्ती, जन शौचालयों, खेल के मैदानों, विद्यालय इमारतों, सामुदायिक केन्द्रों इत्यादि का निर्माण करने के लिए सहायता अनुदान परियोजनाएं संचालित कर रहा है ।
इस शुभ अवसर पर बी. टी. सी. की खेलकूद अधिकारी श्रीमति जे. मोहिलारी मुख्य अतिथी तथा श्रीमति झुमकी भौमिक, (Advocate & Tax Consultant) विशेष अतिथी रहीं ।
इस स्वर्णिम अवसर पर मुख्य अतिथी महोदया ने अपने सम्बोधन में बल के कर्मचारियों एवं परिवारजनों को बल के 54वें स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर अपनी तरफ़ से हार्दिक शुभकामनाएं दी एवं यह बताया कि बल विभिन्न माध्यमों द्वारा “सेवा सुरक्षा और बंधुत्व” को पिछले 54 वषों से चरितार्थ करता रहा है एवं भविष्य में भी निरंतर करता रहेगा