फिल्म ‘मोदी का गांव’ के रिलीज़ पर सेंसर बोर्ड ने लगाई रोक
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के मुददे पर निर्माता सुरेश झा द्वारा बनाई गयी फिल्म ‘मोदी का गांव’ 10 फरवरी को रिलीज होने वाली थी, लेकिन सेंसर बोर्ड ने उस पर रोक लगा दी है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म पर रोक लगाने के लिए पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की बात कही है। वहीं फिल्म ‘मोदी का गांव’ का निर्माण करने वाले सुरेश झा ने सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म पर रोक लगाए जाने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से मदद की गुहार लगाई है।
बताया यह भी जा रहा है कि सेंसर बोर्ड के अधिकारी चाहते है कि फिल्म रिलीज होने से पहले फिल्म के मेकर्स चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री कार्यालय का अनापत्ति प्रमाणपत्र लेकर आये। जबकि फिल्म के मेकर्स का मानना है कि जब दूसरी फिल्म के प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय और चुनाव आयोग से ऐसे किसी प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं पड़ती तो उनकी इसी फिल्म के साथ ऐसा क्यों किया जा रहा हैI
दरअसल निर्माता सुरेश झा की फिल्म ‘मोदी का गांव’ का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे संबद्ध नहीं दिखाया गया है और ना ही ये बायोपिक है। फिल्म में किरदार का नाम बदला गया और मुख्य किरदार की भूमिका PM नरेंद्र मोदी जैसे दिखाई देने वाले विकास महांते ने निभाई है। फिल्म की ज्यादातर शूटिंग पटना, दरभंगा और मुंबई में हुई।
ऐसे में सेंसर बोर्ड की इस शर्त के बाद ये फिल्म मुश्किलों में पड़ गयी है। माना जा रहा कि सेंसर बोर्ड नहीं चाहता कि फिल्म के प्रदर्शन का लाभ किसी पार्टी को मिले। इसके साथ ही फिल्म में दिखाई गई प्रधानमंत्री से जुड़े टीवी चैनलों पर दिखाए जानेवाले खबरों की फुटेज का भी इस्तेमाल किया गया है जिस पर भी सेंसर बोर्ड को आपत्ति है। ऐसे में देखना होगा कि ये फिल्म कब तक रिलीज हो पाती हैं।
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