गुवाहाटी
महानगरों की तरह अब गुवाहाटी में भी सेक्स रैकेट का धंधा बड़ी तेज़ी से अपना पैर पसार रहा है I और इस धंधे में सक्रिय दलाल किसी न किसी बहाने से गरीब और नाबालिग युवतियों को धकेल रहे हैं I इस काले धंधे का उस समय पर्दाफाश हुआ जब एक नाबालिग को सेक्स रैकेट के धंधे में धकेल दिया गया।
हथीगावं पुलिस ने शहर के लक्ष्मी नगर इलाके में कथित सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इलाके से एक नाबालिग लड़की को छुड़ाया है। पीडि़ता को महज 11 साल की उम्र में यहां घरेलू काम करने के लिए लाया गया था।
मोनी बरुआ नाम का शख्स पीडि़ता को धेमाजी जिले के सिलापाथर से गुवाहाटी लेकर आया था। मोनी बरुआ पीडि़ता का परिचित है। पीडि़ता अब 15 साल की है। उसे अजित बरुआ और निजारा बरुआ के घर से पुलिस ने रिहा करवाया। दोनों ने उसे बंधक बनाकर रखा हुआ था। निजारा बरुआ लखीमपुर जिले की रहने वाली है।
पीडि़ता ने आरोप लगाया कि जब उसे सिलापाथर स्थित उसके घर से यहां लाया गया तो उसे सिर्फ घरलू काम के लिए कहा गया था। अजित बरुआ और निजारा बरुआ ने उसके जवान होने तक का इंतजार किया। और जब वह जवान हो गयी तोपैसे कमाने के लिए उस से जिस्मफरोशी करवाया जाने लगाI पीडि़ता का आरोप है कि पैसों के लिए उसे कई बार शिलोंग भी भेजा गया। उसने कहा कि जब तक ग्राहक नहीं आ जाते तब तक उसे कमरे में बंद रखा जाता। ग्राहक उसके साथ जबरन सेक्स करते। बकौल पीडि़ता, कई और लड़कियों को भी लाया गया और उन्हें सेक्स के लिए मजबूर किया गया। अजित बरुआ की पत्नी निजारा दो अन्य लड़कियों के साथ टेलरिंग की शॉप चलाती है।
जब पीडि़ता किसी तरह निजारा बरुआ के चंगुल से भाग निकलने में कामयाब रही तो उसने पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने बड़ी मात्रा में कंडोम, काम उत्तेजना बढ़ाने वाले स्प्रे, मसाज ऑयल की कई बोतलें, व ड्रोटिन जैसे इंजेक्शन बरामद किए। जो इंजेक्शन बरामद किए गए उनमें ड्रोटावेरिन था। ये वो मेडिसिन है जिसका इस्तेमाल अन्य ड्रग्स के साथ गर्भपात के लिए किया जाता है।