Manipur: मणिपुर CM के निजी आवास पर आगजनी की कोशिश, सुरक्षा बलों और भीड़ के बीच झड़प, सुरक्षा बलों ने भीड़ को खदेड़ा.
और मणिपुर की एथलीट का छलका दर्द, कहा मेरा पदक मेरे घर की रक्षा करने वालों को समर्पित.
Manipur Update:
- थम नहीं रहे हैं मणिपुर में हिंसा
- मणिपुर CM के निजी आवास पर आगजनी की कोशिश
- सुरक्षा बलों और भीड़ के बीच झड़प
- सुरक्षा बलों ने भीड़ को खदेड़ा,
- दाग़े आँसू गैस के गोले
- और मणिपुर की एथलीट का छलका दर्द
- कहा मेरा पदक मेरे घर की रक्षा करने वालों को समर्पित
मणिपुर में दो युवा छात्राओं की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन ने गुरुवार की रात गंभीर रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने पूर्वी इंफाल जिले के हिंगांग में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के निजी आवास पर हमला करने का प्रयास किया। हालांकि मुख्यमंत्री, इंफाल में अपने भारी सुरक्षा वाले आधिकारिक बंगले में रहते हैं।
बता दें कि छात्रों द्वारा 26 सितंबर को इंफाल में मुख्यमंत्री के सरकारी आवास को भी घेरने की कोशिश की गई थी लेकिन सुरक्षाबलों ने आंसू गैस और धुएं के बम छोड़कर भीड़ को मुख्य मंत्री आवास तक पहुँचने से पहले ही उन्हें खदेड़ दिया था।
खबर यह भी है कि प्रदर्शनकारियों ने पूर्वी इंफाल जिले में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शारदा देवी और एक भाजपा विधायक के आवासों को भी निशाना बनाया।
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हालांकि सुरक्षा बलों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और सभी स्थानों पर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े। सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों, जिनमें पुरुष और महिलाएं शामिल थे, के बीच कुछ टकराव हुए।
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार की रात, प्रदर्शनकारी कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए उरीपोक, यिस्कुल, सगोलबंद और तेरा इलाकों में सुरक्षाकर्मियों से भिड़ गए, जिसके बाद सुरक्षा बलों को स्थिति से निपटने के लिए कई राउंड आंसूगैस के गोले दागने पड़े।
समाचार पत्रों में छापे खबरों की माने तो प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि एक ओर जहां मुख्यमंत्री, राज्य के अन्य मंत्री, विधायक और बीजेपी नेता मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए खास कुछ नहीं कर रहे हैं और वहीं कुकी उग्रवादियों और उनके समर्थकों की हिंसक गतिविधियों के खिलाफ भी कड़ी कारवाई नहीं की जा रही है।
बताया दें कि मणिपुर में दो युवा छात्रों की हत्या पर विरोध प्रदर्शन गुरुवार को तीसरे दिन भी जारी रहा और भीड़ ने थौबल जिले में एक बीजेपी कार्यालय को जला दिया और सत्तारूढ़ पार्टी के एक अन्य कार्यालय में तोड़फोड़ की।
प्रदर्शनकारियों ने इंफाल में उपायुक्त कार्यालय के अंदर दो वाहनों को भी आग लगा दी और उसी कार्यालय के पास खड़े एक अन्य वाहन को भी आग लगा दी गई।
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महिलाओं सहित प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों की आवाजाही को आवासीय क्षेत्रों में प्रवेश करने से रोकने के लिए जलते हुए टायर, बोल्डर और लोहे के पाइप से सड़कों को अवरुद्ध कर दिया। विभिन्न जिलों में केंद्रीय और राज्य सुरक्षा बलों की विशाल टुकड़ियों को तैनात किया गया है।
इस बीच, मणिपुर बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सुरक्षा बलों से किशोरों पर “मनमाने ढंग से और अचानक” लाठीचार्ज, आंसूगैस के गोले और रबर की गोलियों का इस्तेमाल नहीं करने का आग्रह किया।
बीजेपी विधायक राजकुमार इमो सिंह ने एक बयान में मणिपुर में आंदोलन से निपटने के लिए सुरक्षा बलों की कार्रवाई की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “सशस्त्र बलों द्वारा बर्बरता के ऐसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्हों ने आम लोगों से आग्रह भी किया है कि वे किसी भी प्रकार की हिंसा में शामिल न हों।”
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मणिपुर में जातीय हिंसा के चरम पर पहुंचने के दौरान 6 जुलाई को 17 वर्षीया छात्रा और 20 वर्षीया एक छात्र लापता हो गए थे। दो दिन के लिए इंटरनेट सेवा बहाल होने पर उनकी तस्वीरें सोमवार को विभिन्न सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। उसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। दोनों छात्राओं के परिवारों को संदेह था कि उनकी बोटियों को सशस्त्र हमलावरों ने मार डाला है। अपहरण के बाद मार डाली गईं दोनों छात्राएं बिष्णुपुर जिले की रहने हैं ।
मणिपुर की नाओरेम रोशिबिना देवी ने एशियाई खेलों में वूशु में भारत के लिए रजत पदक जीता। रोशिबिना के लिए बीते चार माह किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं रहे। रोशिबिना के परिवार वाले मणिपुर के हिंसाग्रस्त शहर विष्णुपुर में रहते हैं। एक ओर मणिपुर हिंसा में जल रहा था, जहां उनके माता-पिता और भाई-बहन फंसे हुए थे, दूसरी ओर वह एशियाई खेलों की तैयारियां श्रीनगर में कर रही थीं।
रोशिबिना ने रजत पदक जीतने के बाद कहा, ‘मणिपुर जल रहा है। मणिपुर में हिंसा जारी है। मैं अपने गांव नहीं जा सकती। मैं यह पदक उन लोगों को समर्पित करना चाहती हूं जो हमारी रक्षा कर रहे हैं और वहां पीड़ा सह रहे हैं।’ मणिपुर की इस खिलाड़ी ने रोते हुए कहा, ‘मुझे नहीं पता कि क्या होगा, लड़ाई तो जारी है। यह कब रुकेगा और पहले की तरह सामान्य जिंदगी कब लौटेगी।’’….