साइकिल में शव को लाया गया घर, मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने दिए जांच के आदेश
गुवाहाटी
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने माजुली में एक युवक द्वारा अपने रिश्तेदार के शव को साइकिल में बांधकर ले जाने के मामले की जांच के आदेश दिए है| मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवा निदेशालय को माजुली जाकर उन परिस्थितियों की जांच के निर्देश दिए हैं जिनके तहत युवक को मजबूरन अस्पताल से अपने रिश्तेदार का शव साइकिल में बांधकर अपने गाँव ले जाना पड़ा|
एक स्थानीय टीवी चैनल में इस खबर के प्रसारित होने के बाद मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने मामले की जांच के आदेश दिए है| प्रसारित खबर में दिखाया गया था कि किस तरह एक युवक माजुली के गरमुर इलाके में अस्पताल से अपने गाँव बलिजान तक अपने रिश्तेदार का शव साइकिल में बांधकर कच्चे पुल से गुजर रहा है|
युवक ने बताया कि वह अपने बीमार रिश्तेदार को साइकिल पर ही अस्पताल में भर्ती करवाने ले गया था, लेकिन अस्पताल पहुँचते ही उसने दम तोड़ दिया|
मृतक का परिवार बलिजान गाँव में रहता है जहाँ वैन तक ले जाने के लिए सड़क की उचित व्यवस्था नहीं है| दुर्भाग्य की बात यह है कि इसी नदी द्वीप माजुली से विधानसभा चुनाव में राज्य के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल सत्ता में चुनकर आए थे|
इधर इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा ने कहा, “ मरीज को अस्पताल लाने के लिए 108 और 104 एम्बुलेंस सेवा मौजूद है, लेकिन शव को ले जाने के लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है और न ही यह स्वास्थ्य विभाग का काम है|” उन्होंने कहा कि शव को ढोने के लिए एनजीओ की ओर से सुविधाएँ प्रदान की जाती है| हम भी 108 एम्बुलेंस सेवा की ही तरह शव को घर तक ले जाने के लिए ऐसी सेवा शुरू करने पर विचार कर रहे हैं| यह मुद्दा दरअसल समाज कल्याण विभाग का है| सरकार नैतिक दायित्व स्वीकार करते हुए शव ढोने वाले वाहन उपलब्ध कराने के लिए समाज कल्याण विभाग को आवश्यक राशि प्रदान करेगी|