गुवाहाटी में स्थापित होगा इसरो का शोध केंद्र – सोनोवोल
गुवाहाटी
इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन (ISRO) गुवाहाटी में एक शोध केंद्र की स्थापना करेगा| मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने आज गुवाहाटी स्थित लोकप्रिय गोपीनाथ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इसरो के अध्यक्ष ए.एस किरण कुमार से मुलाकात के बाद यह जानकारी दी|
यह पहली बार है जब इसरो शिक्षाविदों, पर्यावरणविदों और उद्यमियों के लिए असम में शोध केंद्र की स्थापना करने जा रहा है| इसरो असम में इस तरह की एक विशेष अनुसंधान सुविधा स्थापित कर रहा है, जो भू-स्थानिक तकनीक का उपयोग करने की संभावना तलाश सकती है, जिसमें ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस), भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) और सैटेलाइट रिमोट सेंसिंग असम के विकास में तेजी लाएगा| साथ ही इसमें सटीक बाढ़ चेतावनी प्रणाली के लिए दूरदराज के संवेदन तकनीक का उपयोग करना, मिट्टी का क्षरण और भूस्खलन की रोकथाम आदि शामिल हैं।
इसरो के अध्यक्ष के साथ बैठक में सोनोवाल ने उन्हें इस बात से उन्हें अवगत कराया कि इसरो के शोध केंद्र की स्थपना के लिए राज्य सरकार मुफ्त में जमीन उपलब्ध कराएगी|
सोनोवोल ने कहा कि राज्य सरकार अंतरिक्ष विभाग के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर करने जा रही है और एक बार इस पर हस्ताक्षर होने के बाद राज्य सरकार और इसरो क्षेत्र के विकास के लिए मिलकर काम करेंगे|
इसरो के अध्यक्ष ए.एस किरण कुमार का ध्यान असम में मौजूद प्राकृतिक संपदाओं की ओर तथा यहाँ की जीवन रेखा स्वरुप ब्रह्मपुत्र और बराक घाटी की ओर आकर्षित करते हुए सोनोवाल ने अनुरोध किया कि प्राकृतिक संपदाओं के अवैध व्यवसाय को रोकने के लिए इसरो अंतरिक्ष तकनीक का इस्तेमाल करे|
सोनोवाल ने उम्मीद जताई कि ब्रह्मपुत्र की गहराई को नापने के लिए राज्य सरकार और इसरो मिलकर सर्वेक्षण चलाएंगे|