गुवाहाटी में भारत-बांग्लादेश मैत्री वार्ता का शुभारंभ
गुवाहाटी
रविवार से गुवाहाटी में 8वां भारत-बांग्लादेश मैत्री वार्ता का शुभारंभ हुआ| केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने भारत और बांग्लादेश के बीच शुरू हुए मैत्रीपूर्ण संबंध को स्वर्णिम अध्याय करार दिया है| तीन दिवसीय कार्यक्रम के साथ शुरू हुए भारत-बांग्लादेश मैत्री वार्ता के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लेकर केंद्रीय मंत्री अकबर ने यह बात कही|
शहर के होटल ताज विवानता में रविवार शाम आयोजित बैठक के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लेकर अकबर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश दौरे और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत दौरे ने दोनों देशों के बीच संबंधों को मधुर बनाया है| पिछले 30-40 साल से समूचे इलाके में अशांति थी| आतंकवाद की वजह से अस्थिरता बढ़ गई थी| पहले की सरकार ने इस समस्या के समाधान के लिए कुछ नहीं किया था| लेकिन मोदी और हसीना के इस साहसिक कदम ने माहौल को बदला है|
अकबर ने कहा कि 6 जून 2016 को मोदी के बांग्लादेश दौरे और बीते अप्रैल महीने में हसीना के भारत दौरे ने दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत बनाए है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्ट ईस्ट पालिसी में केवल पूर्वोत्तर को ही नहीं बल्कि बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल को भी समेटा है|
उन्होंने पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, असम से बांग्लादेश तक रेल, स्थल और जल परिवहन की व्यवस्था को अधिक उन्नत करने के मौजूदा सरकार के लक्ष्य के तहत विभिन्न परियोजनाएं ग्रहण किए जाने का भी उल्लेख किया|
मंत्री अकबर ने उम्मीद जताई की गुवाहाटी में आयोजित भारत-बांग्लादेश मैत्री वार्ता दोनों देशों की प्रगति, विकास, शांति के क्षेत्र में आशा की एक नई किरण लेकर आएगी|
कार्यक्रम में हिस्सा लेकर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि दोनों देशों को अपनी सरजमीन का इस्तमाल परस्पर शत्रुता के लिए करने से रोकना होगा| मित्रता के जरिए सब कुछ संभव होने की बात का उल्लेख करते हुए सोनोवाल ने कहा कि मित्रता एक बड़ा मानवीय अस्त्र है| भारत और बांग्लादेश दोनों देशों की मुख्य समस्या गरीबी और आतंवाद को ठहराते हुए सोनोवाल ने कहा कि इसके खिलाफ दोनों देशों को मिलकर लड़ना होगा|
इधर बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के राज्य मंत्री मोहम्मद शहरियार आलम ने कहा कि समृद्धशाली बांग्लादेश भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी| उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ अत्याचार की बात से साफ इनकार किया|