असम में बाढ़ परिस्थिति हुई बद से बदतर, कई गाँव जलमग्न
लखीमपुर
पिछले करीब एक सप्ताह से जारी मूसलाधार बारिश के चलते राज्य में बाढ़ की परिस्थिति बिगड़ती जा रही है| लखीमपुर जिले की सभी नदियों का जलस्तर तीव्र गति से बढ़ रहा है| कुछ नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है जिससे बाढ़ ने भयावह रूप धारण कर लिया है|
बाढ़ से जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है| खासकर रंगा नदी जल विद्युत परियोजना द्वारा पानी छोड़े जाने से लोगों का हाल बेहाल हैं| शहर के बीच के राष्ट्रीय राजमार्ग 15 पर रंगा नदी पर बना पुल पानी में डूब गया है| रंगा नदी से पानी छोड़े जाने की वजह से नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है|
इधर सुबनसिरी नदी द्वारा एक कृषि बाँध को तोड़े जाने के कारण बाधाकरा एक नंबर गेरेकी, 2 नंबर गेरेकी और भीमपारा गाँव डूब गया है| वही सिंगरा ग्राम पंचायत के 50 से ज्यादा गाँव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं|
नीपको द्वारा रंगा नदी परियोजना का पानी छोड़े जाने की वजह से माजुली में भी बाढ़ से हालात बिगड़ रहे हैं| पहले से ही उफान पर चल रही नदियों में और पानी भर गया है| बाढ़ के कारण फेरी सेवा बंद होने से राज्य के अन्य हिस्सों से नदी द्वीप माजुली का संपर्क कट गया है|
जोनाई महकमा के लाली और सियांग नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण महकमा के लुहीजान, केरेकेर, बेड़ा चापरी, जलडूबी, काकुत केमेरे सहित 119 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया, जिससे करीब 7933 परिवारों की 53000 आबादी प्रभावित हुई है| वही बाढ़ की वजह से मवेशियों में भी खाद्य संकट उत्पन्न हो गया है|
ऊपरी असम से लेकर निचले असम तक बाढ़ से तबाही का मंजर है| निचले असम के नलबाड़ी में ब्रह्मपुत्र, पगलादिया और मोरा पगलादिया नदी में आई बाढ़ ने 40 गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है| जिले के करीब 25,000 लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं| बाढ़ में जिले के चार सरकारी स्कूल भी बह गए|
कोकराझाड़ में भी कल रात से जारी मूसलाधार बारिश के कारण जिले का पश्चिम बंगाल से संपर्क टूट गया है| जानकारी के मुताबिक गोसाईगाँव महकमा के कानहुपाड़ा व गोरुफेला में राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर पड़ने वाले दो पुल नीचे से मिट्टी खिसक जाने के कारण बह गए| जिले के कुल 72 गाँव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं| इसके अलावा कुल 150 हेक्टेयर भूमि की फसलों को बाढ़ के पानी से नुकसान हुआ है|
भारी बरसात ने बाढ़ ही नहीं भू-स्खलन की समस्या भी उत्पन्न की है| बीती रात लखीमपुर जिले के असम-अरुणाचल प्रदेश सीमावर्ती पथाली पहाड़ में हुए भयावह भू-स्खलन में मिट्टी में दबकर एक दंपति की मौत हो गई| बंदरदेवा पुलिस व स्थानीय लोगों के सहयोग से बाद में मिट्टी में दबे दोनों के शव बरामद किए गए|
इधर दरंग जिले के कोपाटी में भी रविवार शाम एक युवक नदी के तेज बहाव में बह गया था और लगभग 20 घंटे के प्रयास के बाद एसडीआरएफ की टीम ने युवक का शव बरामद किया|