असम में बाढ़ का प्रकोप जारी, 25 जिले बाढ़ में डूबे
गुवाहाटी
असम में बाढ़ की परिस्थिति मंगलवार को और बिगड़ गई जब 32 में से 25 जिले बाढ़ में डूब गए| दूसरे दौर की बाढ़ में 10 लोग मारे गए जबकि 33 लाख बेघर हो गए|
ब्रह्मपुत्र और इसकी उपनदियां खतरे के निशान से अभी भी ऊपर बह रही हैं| ऐसे में बाढ़ पीड़ितों के राहत तथा बचाव कार्य में सेना भी नागरिक प्रशासन की मदद कर रही है|
बाढ़ में मोरीगांव जिले में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि धेमाजी, दरंग, कोकराझाड़, धुबड़ी, ग्वालपाड़ा, नगांव और डिब्रूगढ़ जिले में एक-एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है| इस तरह बाढ़ में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है|
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक बाढ़ संबंधित हादसों में इस साल 112 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है|
25 जिलों में 33 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं जिनमें धेमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ, शोणितपुर, दरंग, बाग्सा, नलबाड़ी, बरपेटा ओर बोंगाईगाँव शामिल हैं| ऊपरी असम का धेमाजी जिला बाढ़ में सबसे अधिक क्षतिग्रस्त हुआ है जहाँ एक लाख लोग प्रभावित हुए हैं| असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि यहाँ कई घर पानी में समा चुके हैं|
राष्ट्रीय राजमार्ग 37 के जलमग्न होने से ऊपरी और निचले असम के बीच सड़क संपर्क भी टूट गया है| आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राजमार्ग में फंसे हुए वाहनों को नगालैंड की तरफ मोड़ा गया है|
इस बीच जिला प्रशासन ने 315 राहत शिविरों की स्थापना कि हैं जहाँ 1.68 लाख लोग पनाह ले रहे हैं| असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जानकारी दी है कि अब तक एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने बचाव कार्य के लिए 232 नावों की व्यवस्था की हैं और 14,000 से अधिक लोगों की जान बचाई हैं|