कैबिनेट मंत्रियों को बाढ़ प्रभावित जिलों के दौरे पर जाने का निर्देश
गुवाहाटी
मुख्यमंत्री सोनोवाल ने राज्य में मौजूदा बाढ़ की स्थिति को देखते हुए अपने सभी मंत्रियों को विभिन्न जिलों के दौरे पर जाने का निर्देश दिया है| सोनोवाल ने सभी मंत्रियों को बाढ़ की स्थिति का जमीनी अध्ययन, बचाव एवं राहत अभियान, शिविरों में बसे लोगों को मिल रही सुविधाओं का जायजा लेने सहित बाढ़ प्रभावित लोगों का हालचाल जानने के लिए जिलों के दौरे पर जाने को कहा है|
शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में उन्होंने यह निर्देश दिया| निर्देश के तहत कृषि मंत्री अतुल बोरा को शिवसागर, गोलाघाट और जोरहाट, वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रमिला रानी ब्रह्म को दक्षिण शालमारा और ग्वालपाड़ा, केशव महंत को होजाई, नगांव और मोरीगांव, लोकनिर्माण मंत्री परिमल शुक्लवैद्य को बराकघाटी के जिलों, सिंचाई मंत्री रंजीत दत्त और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री नव कुमार दलै को धेमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ और माजुली तथा आपूर्ति मंत्री रिहन दैमारी व राजस्व विभाग के मंत्री पल्लवलोचन दास को निचले असम के जिलों के दौरे पर जाने का दायित्व सौंपा गया है|
ताजा बाढ़ को लेकर हुई इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने लोकनिर्माण मंत्री परिमल शुक्लवैद्य को जुलाई महीने के भीतर ही सभी सडकों की मरम्मत का कड़ा निर्देश दिया है| भू-कटाव रोकने के लिए वैसे स्थानों पर जरुरी सामान मौजूद रखने का जलसंसाधन मंत्री को निर्देश दिया| इसके अलावा नदी खनन के लिए ड्रेजर खरीदने के लिए भी जरुरी पहल करने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया|
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य के 14 जिलों के 49 राजस्व सर्किल के तहत 913 गाँव बाढ़ की चपेट में हैं| 3,97,583 लोग प्रभावित हुए हैं| बाढ़ प्रभावित जिलों में लखीमपुर, जोरहाट, गोलाघाट, कछार, शोणितपुर, माजुली, बरपेटा, नगांव, नलबाड़ी, शिवसागर और मोरीगांव शामिल हैं|