मुख्यमंत्री ने 18 गोभा राजाओं को दी भत्ते की राशि
मोरीगांव
जोनबिल मेले के आखिरी दिन शनिवार को मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने ऐतिहासिक गोभा साम्राज्य के 18 मौजूदा राजाओं को दी जाने वाली भत्ते की राशि वितरित की| तिवाओं के पारंपरिक जोनबिल मेला में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सर्वानंद सोनोवाल ने भत्ते की राशि प्रदान करते हुए आनेवाले दिनों में इस भत्ते को नियमित करने की सुनिश्चितता प्रदान की| उन्होंने जोनबिल मेले के लिए स्थाई जमीन उपलब्ध कराने सहित मेलास्थल में एक अत्याधुनिक सभागार निर्माण करने की भी घोषणा की है|
मेले के समापन समारोह में हिस्सा लेते हुए मुख्यमंत्री सोनोवाल ने कहा कि असम के जातीय जीवन में तिवा जनगोष्ठी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है| जनगोष्ठिय एकता को बनाए रखने में तिवाओं के पारंपरिक जोनबिल मेले ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया है| विनिमय प्रथा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रथा हमारे बीच समन्वय की वार्ता देती रहती है|
उन्होंने कहा कि नमामि ब्रह्मपुत्र के साथ जोनबिल मेले के समन्वय के लिए मोरीगांव में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा| सोनोवाल ने कहा कि गोभा राजाओं का असम के आर्थिक-सामाजिक जीवन में काफी योगदान रहा है| हर जनगोष्ठी के विकास से ही असमिया संस्कृति का सर्वांगीण विकास संभव है| तिवाओं की पारंपरिक कला-संस्कृति, परंपरा आदि की सुरक्षा के जरिए इस जनगोष्ठी के लोगों का विकास करना होगा|
उन्होंने कहा कि देशी-विदेशी पर्यटकों को जोनबिल मेले की तरफ आकर्षित करने के लिए सरकार हर संभव कदम उठाएगी| कार्यक्रम में सांसद रामेश्वर तेली, मोरीगांव और जागीरोड के विधायक क्रमशः रमाकांत देऊरी और पियूष हजारिका समेत कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे|