चिलाराय के गौरव से राज्य की नई पीढ़ी प्रेरणा ले – मुख्यमंत्री
बंगाईगाँव
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि वीर चिलाराय के गौरव से राज्य की नई पीढ़ी अनुप्रेरित हो, इसके लिए राज्य सरकार ने विभिन्न योजनाएं हाथ में ली है| राज्य की ताकत को विश्व पटल पर स्थापित कर इस महान वीर पुरुष ने जो आदर्श प्रस्तुत किया, वह हमारे सामाजिक जीवन को सदैव गतिमान रखेगा|
राज्यवासियों के ह्रदय में चिलाराय के त्याग और वीरता की स्मृति बनी रहे इसके लिए बजट में चिलाराय के नाम पर कई परियोजनाओं का प्रस्ताव रखा गया है| इन प्रस्तावों में चिलाराय सांस्कृतिक प्रकल्प निर्माण के अलावा रसालडूबी और गोलकगंज में चिलाराय की मूर्ति स्थापित करने का निर्णय लिया गया है|
राज्य के सांस्कृतिक निदेशालय के तत्वावधान और बंगाईगाँव जिला प्रशासन के सहयोग से बंगाईगाँव के गाँधी मैदान में आयोजित चिलाराय की 507 वीं जयंती कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने यह बातें कही|
इस कार्यक्रम में शहीद बोलेन हरिजन को मरणोपरांत वर्ष 2016 का वीर चिलाराय पुरस्कार प्रदान किया गया| स्व. हरिजन की पत्नी बर्नाली हरिजन को मुख्यमंत्री ने उक्त पुरस्कार के तहत दो लाख रुपए, अंगवस्त्रम, शराई और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया| उन्होंने शहीद के माता-पिता का भी अभिनंदन किया|
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व विख्यात इतिहासकार अर्नाल्ड टनयबी ने विश्व के तीन श्रेष्ठ वीरों में चिलाराय को एक बताया था| वीर चिलाराय के आदर्शों को अपने जीवन में उतारकर युवा पीढ़ी को एक समृद्धशाली असम निर्माण का संकल्प लेना होगा|