चराईदेउ बनेगा सांस्कृतिक और एकाडेमिक केंद्र – सीएम
सोनारी
राज्य सरकार चराईदेउ मैदाम को एक प्रसिद्ध सांस्कृतिक और एकाडेमिक केंद्र का रूप देने जा रही है| चराईदेउ में आयोजित पूर्वांचल ताई साहित्य सभा के 35 वें द्विवार्षिक अधिवेशन में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चाउलुंग चुकाफा के आदर्शों पर चलकर असमिया जाति का पुनर्गठन कर वृहत्तर असमिया जाति गठन के लिए आगे बढ़ने का समय आ गया है|
उन्होंने निर्वाचित प्रतिनिधियों से स्थानीय लोगों के साथ चर्चा कर इस संदर्भ में विस्तृत योजना बनाने की अपील की| ऐतिहासिक चराईदेउ मैदाम को विश्व स्तर पर ख्याति दिलाने के लिए चराईदेउ कला सांस्कृतिक केंद्र का गठन किया जाएगा| मैदाम के संरक्षण के लिए स्थानीय जनता का सहयोग भी अपेक्षित है| राज्य के स्थानीय लोगों के सर्वांगीण विकास के लिए योगदान देने तथा अपने कार्यक्षेत्र को केवल ताई भाषा एवं संस्कृति के उत्थान तक ही सीमित नहीं रखने का पूर्वांचल ताई साहित्य सभा से आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री सोनोवाल ने स्वर्ग्देव चुकाफा के आदर्शों के जरिए राज्य के विभिन्न समुदायों के बीच संबंध मजबूत करने का भी आह्वान किया|
चराईदेउ मैदाम के संरक्षण के लिए सरकार को हमेशा वचनबद्ध बताते हुए उन्होंने कहा कि इसे विश्व के पर्यटन मानचित्र में शामिल कराने के लिए सरकार ने कदम उठाए है| राज्य के पर्यटन क्षेत्र की ब्रांड एम्बेसडर प्रियंका चोपड़ा भी इसके लिए प्रयास करेगी|
सुशासन के लिए लोगों की सक्रीय भागीदारी को आवश्यक बताते हुए मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों से सरकार के काम-काज पर नजर रखने की भी अपील की|