असमिया जाति के गठन में बोड़ो लोगों का योगदान – सोनोवाल
गुवाहाटी
मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने बोड़ो लोगों को असम का भूमिपुत्र बताते हुए असमिया जाति के गठन में उनके अप्रतिम योगदान का जिक्र किया है| रविवार को आमीनगाँव स्थित राजीव गाँधी इंडोर स्टेडियम और परेड ग्राउंड में आयोजित अखिल बाथौ महासभा के 11 वें अधिवेशन और रजत जयंती वर्ष का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने यह बात कही|
मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथ्वी, आकाश, पानी, वायु और अग्नि इन पांच तत्वों को संतुष्ट करने का अप्रतिम उत्सव बाथौ पूजा प्रदूषण मुक्त प्राकृतिक वातावरण बनाने का संदेश भी देता है| सरकार के साथ राज्य के सभी लोगों को इसके लिए संकल्पबद्ध होना पड़ेगा|
मुख्यमंत्री ने युवा पीढ़ी से बाथौ पूजा के आदर्शों का अनुसरण करते हुए कठोर परिश्रम, अनुशासन और संयमित जीवन बिताने का आह्वान किया| उन्होंने कहा कि अपने कठोर परिश्रम और साहस के बल पर बोड़ो समुदाय ने सारे देश में अत्यंत प्रभावशाली ढंग से अपनी पहचान बनाई है| इस क्रम में मुख्यमंत्री ने बीटीसी प्रमुख हग्रमा मोहिलारी की भी तारीफ़ की|
सोनोवाल ने कहा कि मोहिलारी ने दुनियाभर में रहने वाले बोड़ो समुदाय के लोगों को एकजुट करके इसको और अधिक सबल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण काम किया है|
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के सबके साथ सबका विकास मंत्र का उल्लेख भी प्रमुखता से किया| उन्होंने कहा कि इसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार असम के सभी इलाकों में रहने वाले प्रत्येक जाति-समुदाय और भाषा-भाषी लोगों के समान विकास की दिशा में प्रयत्नशील है|