बीफ मुद्दे पर मोदी सरकार के बचाव में आए हिमंत विश्व शर्मा

गुवाहाटी
बीफ मुद्दे पर चौतरफा घिरी मोदी सरकार के बचाव में सामने आते हुए असम के मंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा है कि बीफ खाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है| उन्होंने कहा कि सरकार का आहार पर प्रतिबंध लगाने का कोई इरादा नहीं है|
बीफ के मुद्दे पर अब पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा पार्टी के भीतर ही असंतोष की ख़बरें आ रही है| ऐसे में असम सरकार में मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता हिमंत विश्व शर्मा मोदी सरकार के बचाव में खुलकर सामने आए हैं|
पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन संयोजक हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि हम असम में सत्ता में हैं और लोग हर दिन गौमांस खा रहे हैं| कहीं प्रतिबंध नहीं है| उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार के फैसले को असम सरकार लागू नहीं करेगी| मणिपुर में हालिया सत्ता में आई भाजपा के लिए यह और भी ज्यादा मुश्किल है क्योंकि पूर्वोत्तर के अधिकतर राज्यों में बीफ खाने की परंपरा है| हिमंत ने कहा कि हमने अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में ऐसा नहीं किया हैं और जबकि हमारी दोनों राज्यों में भी सरकार है|
हिमंत ने दावा किया कि इस मुद्दे पर जनता के बीच कोई असंतोष नहीं है और इन राज्यों की तुलना में दिल्ली में इस मुद्दे को ज्यादा हवा दी जा रही है| हाल ही में मेघालय में बीफ मुद्दे पर भाजपा छोड़ने वाले दो नेताओं के बारे में हिमंत ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन दोनों नेताओं के पार्टी छोड़ने का कारण राजनीतिक मसला है| उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी में मनपसंद सीटें चाहिए, जिसे पार्टी ने नहीं माना|
पशु बाजारों में मवेशियों की बिक्री और खरीद पर प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्र की अधिसूचना के बाद कांग्रेस मोदी सरकार के इस कानून को लोगों के निजी जीवन पर हमला करार दे रही है| पूर्वोत्तर में त्रिपुरा और मेघालय में विधानसभा चुनाव भी होने वाले है| ऐसे में कांग्रेस इस मुद्दे को अधिक हवा दे रही है|