अनियमितताओं के खिलाफ एएसटीसी का कदम
गुवाहाटी
एएसटीसी ने निगम में हो रही अनियमितताओं की जांच के लिए एक जांच दल का गठन कर खास कदम उठाए है| इस जांच दल ने असम राज्य परिवहन निगम में अब तक 250 से अधिक अनियमितताओं का पता लगाने के साथ ही बीते सितंबर महीने से राशि के दुरूपयोग का भी पता लगाया है|
एएसटीसी के प्रबंध निदेशक आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि जाँच दल द्वारा कुल 253 मामलों का पता लगाया गया है और 34 से अधिक कर्मचारियों को निलंबित किया गया है जबकि 4 को अवकाश दे दी गई है| ड्यूटी में अनियमित पाए गए 62 ठेका कर्मचारियों और आए-दिन ड्यूटी से नदारद रहने वाले कर्मचारियों को डिसमिस कर दिया गया है|
तिवारी ने कहा कि 2006 से 2016 के बीच हुए एक सभी संदिग्ध प्रमोशन की जांच के लिए भी एक जांच दल का गठन किया गया है| यह जानकारी मिली है कि निगम में कई प्रमोशन और तबादले प्रक्रिया के बाहर हुए है| तिवारी ने कहा कि निगम सभी कार्यों को पेपरलेस करने के लिए कदम उठा रही है| लगभग सभी कार्यों को ऑनलाइन करने की व्यवस्था की जाएगी|
निगम ने इस बीच दो सॉफ्टवेर भी लांच किए है| पहला बस ब्रेकडाउन मैनेजमेंट सिस्टम और दूसरा किराए पर दी गई दुकानों तथा अन्य संपत्तियों के लिए| पहले सॉफ्टवेर के जरिए ड्राईवर बस में हुई खराबी की जानकारी ऑनलाइन निगम को दे सकता है जिससे निगम उसे नजदीक के वर्कशॉप से मदद दिलाएगा|
उन्होंने कहा कि सरकार ने ऑफ रोड 500 से अधिक बसों की मरम्मत के लिए 5 करोड़ की राशि मंजूर की है| मरम्मत का काम आज से शुरू हो रहा है| उन्होंने कहा कि निगम के उलूबाड़ी स्थित जमीन को इवेंट ग्राउंड में तब्दील कर दिया गया है जहाँ शादी जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकता है|
तिवारी ने कहा कि चालू महीने के अंत तक पहले चरण में गुवाहाटी के सभी कार्यालयों में बायोमेट्रिक अटेंडडेंस की व्यवस्था की जाएगी| दूसरे चरण में राज्य के सभी कार्यालयों में यह व्यवस्था लागू होगी| हाल ही में एएसटीसी के वर्कशॉप में बसों के जलने की खबर पर तिवारी ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है, इसके अलावा एक जांच दल का भी गठन किया गया है| घटना को देखते हुए निगम में CCTV कैमरे की व्यवस्था की गई है|