असम में महिलाओं ने किया महिला की सरे आम पिटाई, निकाला जलूस, चरित्रहीनता का लगाया आरोप, और सब कुछ हुआ पुलिस के सामने…. पढ़िए पूरी रिपोर्ट
गुवाहाटी
By Shrawan Jha
बच्चा चुराने के आरोप में दो युवकों को असम के कार्बीऐन्ग्लांग में पीट पीट कर हत्या करने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि एक और खबर मंगलदई के दाही गाँव से आ रही है जहां महिलाओं ने एक महिला की सरेआम पिटाई की और उस का जलूस निकाला. गाँव की महिलाओं ने उस महिला पर चरित्रहीन होने का आरोप लगाया है.
घटना गुवाहाटी से करीब 60 किलो मीटर दूर दरंग जिले के दाही गाँव का है जहां इस बार गाँव के महिलाओं ने कानून को अपने हाथों में ले लीया. गाँव के एक महिलाओं ने अपने ही गाँव की एक महिला पर चरित्रहीन होने का आरोप लगाया. जिस पर आरोप लगा वह चार बच्चों की माँ है.
गाँव के सैकड़ों महिलाओ ने पुलिस के सामने एक चार बच्चे की माँ को सरे आम अपमानित किया उसके साथ मारपीट की फिर जुलुस बनाकर उस महिला को पुरे गॉव में घुमाया और यह सब पुलिस के सामने होता रहा और पुलिस तनाशा देखते रही.
प्राप्त जानकारी के अनुसार दाही गाँव के महिलाओं का आरोप है कि चार बच्चों की माँ थोड़े थोड़े दिनों के बाद एक दो महीना के लिए गायब हो जाती थी. महिला के गायब होने के सम्बन्ध में ग्रामीण महिलाओ का आरोप है कि वह पैसे के लिए अपने प्रेमी के पास चली जाती थी. फिर कुछ दिन उस के साथ गुज़ार कर वापिस घर आ जाती. इस तरह वह अब तक चार बार अपने प्रेमी के पास जा चुकी थी.
घटना के दिन भी चार महीना प्रेमी के साथ रहने के बाद वः महिला घर आयी थी. उस के घर आते ही गाँव के महिलाओं ने उसे घेर लिया और चार महीना गायब रहने के सम्बन्ध में पूछ ताछ करने लगी. लेकिन संतोष जनक जवाब नहीं पाकर उसके साथ सरे आम मारपीट की, पुरे गाँव में घुमाया और सरे आम अपमानित कर पुलिस को सौप दिया.
इधर भुक्तभोगी महिला का कहना है कि वह अपने चार बच्चो के पालन पोषण के लिए बाहर काम करती है इसीलिए तीन चार महीने के बाद घर आती है .
लेकिन सब से आश्चर्य जनक बात तो यह है की इस घटना के बाद भुक्तभोगी महिला का पती न तो उसे बचाने सामने आया और न ही पुलिस में गाँव की महिलाओं के खिलाफ शिकयात दर्ज करवाया है.
बहार हाल गाँव के ही कुछ लोग इस घटना को सही नहीं मानते हैं. उन का कहना है क़ि महिला के गायब रहने का कारण कुछ भी हो लेकिन एक महिला को इस तरह केवल संदेह के कारण सरे आम अपमानित कर मार पीट करना खान का इंसाफ .
अब देखने वाली बात यह होगी कि कानून को हाथो में लेने वालों के खिलाफ पुलिस क्या कदम उठाती है