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असम: NRC सूची में नाम नहीं आने से परेशान शिक्षक ने की आत्महत्त्या

NRC में नाम नहीं आने पर असम के मंगलदई में एक शिक्षक ने  की आत्महत्त्या ,   विरोध में बंद, सभा का आयोजन 


गुवाहाटी

By Shrawan Jha

गुवाहाटी से करीब 60 किलो मीटर दूर मंगलदई जिले में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के सूची  में अपना नाम ना होने पर एक रिटायर स्कूल टीचर ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. पुलिस अधीक्षक श्रीजीत टी ने बताया कि रिटायरमेंट के बाद वकालत करने वाले निरोद कुमार दास अपने कमरे में फांसी पर लटक गए. वह रविवार को सुबह की सैर करने के बाद लौटे और आत्महत्या कर ली. उनके परिवार के सदस्यों ने उनका शव देखा.

परिवार के सदस्यों ने बताया कि सुसाइड नोट में 74 वर्षीय दास ने कहा कि वह एनआरसी प्रक्रिया के बाद एक विदेशी के तौर पर पहचाने जाने के अपमान से बचने के लिए यह कदम उठा रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी, तीनों बेटियों, दामादों और बच्चों के साथ-साथ ज्यादातर रिश्तेदारों का नाम एनआरसी में शामिल था.

परिवार के सदस्यों ने बताया कि राज्य में 30 जून को प्रकाशित एनआरसी के पूर्ण मसौदे में नाम ना होने के बाद से दास परेशान थे. स्थानीय एनआरसी केंद्र ने दो महीने पहले उन्हें एक दस्तावेज देते हुए बताया था कि उनका नाम अभी शामिल नहीं किया गया क्योंकि उन्हें विदेशी के तौर पर चिह्नित किया गया है. इसके बाद से ही वह परेशान चल रहे थे.

परिवार और पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में दास ने किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया और पांच लोगों के नाम बताए हैं जिनसे उन्होंने 1200 रुपये लिए थे. दास ने अपने परिवार को उन्हें रुपये लौटाने के लिए कहा है.

गुस्साए परिवार और स्थानीय लोगों ने पुलिस को दास का शव पोस्टमार्टम के लिए ले जाने देने से इनकार कर दिया और उन्हें ‘विदेशी’ सूची में डालने के लिए एनआरसी केंद्र के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक दास के घर गए और परिवार वालों को आश्वासन दिया कि यह जांच की जाएगी कि दास का नाम एनआरसी में क्यों शामिल नहीं किया गया. इसके बाद ही परिवार वाले राजी हुए.

इस बीच, बंगाली छात्र संघ ने एनआरसी के पूर्ण मसौदे में दास का नाम ना होने के विरोध में खरुपेटिया में सोमवार को एक दिवसीय बंद बुलाया.

अधिकारियों ने बताया कि बंद के दौरान बाजार, दुकानें, शैक्षिक संस्थान, निजी कार्यालय और बैंक बंद रहे जबकि सड़कों से वाहन नदारद रहे.

विरोध में बंद और सभा 

दास की आत्महत्त्या की इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में NRC प्रतिक्रया  के खिलाफ गुस्सा देखने को मिल रहा है. स्थानीय लोग इस आत्महत्या की घटना को NRC प्रायोजित हत्याकांड की संज्ञा दे रहे हैं. अखिल असम बंगाली युवा छात्र फेडरेशन ने आज खारुपेटिया बंद का आह्वान किया . बंद के दौरान बाज़ार , दुकाने सभी बंद रहे. इस दौरान एक

सभा का भी आयोजन किया जिस में हजारो लोगो  ने भाग लिया और NRC मुर्दाबाद , प्रतिक हजेला मुर्दाबाद , राज्य सरकार मुर्दाबाद आदि नारे लगा कर सभा को उत्तप्त कर दिया इस अवसर पर प्रतिबादकारियो ने शिक्षक और अधिवक्ता निरोद बरन दास की मृत्यु को NRC हत्याकांड का नाम दिया और कहा कि वर्ष 1958 से अब तक का सभी कागजात रहने के बाबजूद उन का नाम NRC  सूची में कैसे नहीं आया.

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