असम – सैन्य अभियान में सोनितपुर में एनडीएफबी (एस) का अड्डा ध्वस्त
तेजपुर
गजराज कोर्प्स के रेड हॉर्न डिवीजन, असम पुलिस और कोबरा बटालियन ने साझा रूप से अभियान चलाकर एनडीएफबी (एस) के एक अड्डे को ध्वस्त किया है| 30 अप्रैल को पहाड़पुर इलाके के घने जंगलों में यह अभियान चलाया गया| हालांकि घने जंगलों का फायदा उठाकर एनडीएफबी (एस) के कैडर फरार होने में कामयाब रहे|
अभियान दल ने मौके से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं| बरामद सामग्रियों में दो राइफल, एक पिस्तौल, 50 राउंड गोलियां, एक ग्रेनेड समेत कुछ राशन भी शामिल है|
रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि एनडीएफबी (एस) का तीसरा बटालियन असम के सोनितपुर जिले में सक्रीय है| जिले में एनडीएफबी (एस) कैडर घने जंगलों में घूमते-फिरते है| ये कैडर खास तौर से धन उगाही करते हैं| इलाके में अपनी जड़े मजबूत करने के प्रयास में जुटे एनडीएफबी (एस) के अड्डे के ध्वस्त होने से उन्हें करारा झटका लगा है| इधर नागरिकों ने एनडीएफबी (एस) कैडरों को इलाके से उखाड़ फेंकने के सेना के प्रयास की सराहना की है|
एक अन्य घटनाक्रम में 30 अप्रैल के दिन ही विशेष सूचना के आधार पर गजराज कोर्प्स के रेड हॉर्न डिवीज़न ने बाग्सा पुलिस के साथ मिलकर अभियान चलाते हुए एनडीएफबी (एस) के एक लिंकमैन को गिरफ्तार किया है| इस लिंकमैन के पास से दो एके – 56 राइफल, दो स्वदेश निर्मित राइफल और दो 9 एमएम पिस्तौल समेत भारी मात्रा में असला बरामद किया गया है|
गिरफ्तार लिंकमैन की निशानदेही पर उसके एक साथी के घर की तलाशी ली गई और वहां से दो एके – 56 राइफल, चार मैगजीन, दस राउंड जीवित गोलियां, एक स्वदेश निर्मित राइफल, दो 9 एमएम पिस्तौल आदि बरामद किए गए|
संदेह जताया जा रहा है कि एनडीएफबी (एस) का यह गुट धन उगाही के साथ ही बीटीएडी और मानस राष्ट्रीय उद्यान में भी जानवरों के शिकार से जुड़ा हुआ है|