कानपुर
असम के गुवाहाटी की एक मॉडल के साथ उत्तर प्रदेश के कानपुर में बलात्कार की घटना घटी है. इस मॉडल को एक पूल पार्टी के लिए आमंत्रित किया गया था. आरोप है कि आयोजकों ने ही मॉडल का रेप किया है. फिलहाल 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन मुख्य आरोपी फरार है.
होली के मौके पर 15 मार्च को बिठूर स्थित जंगल वॉटर पार्क में पूल पार्टी का आयोजन किया गया था। इसमें पार्टिसिपेट करने के लिए असम के गुवाहाटी से मॉडल को बुलाया गया था। मामले में आरोपी सक्षम साहू ने मॉडल से संपर्क कर उसे इवेंट में पार्टिसिपेट करने के लिए सिटी बुलाया था।
मॉडल 13 मार्च को कानपुर आ गई थी। 15 को इवेंट खत्म होने के बाद मुख्य आरोपी अमित अग्रवाल उसे अपने साथ समीर अग्रवाल के ग्वालटोली स्थित बंगला नंबर-6 में ले आया। मॉडल को बंगले के अंदर ले जाने के बाद किसी ने मेन गेट को बाहर से बंद कर दिया। पुलिस को अभी तक पता नहीं चल सका है कि गेट किसने बंद किया।
रेप के बाद मॉडल बाहर की ओर भागी, लेकिन गेट बंद होने से उसने गेट पर चढ़कर चिल्लाना शुरू कर दिया। इससे स्थानीय लोग भागकर बंगले के बाहर आ गए। भीड़ ने पुलिस को कॉल किया। पुलिस ने मॉडल को महिला थाना भेज दिया लेकिन मौके पर सभी आरोपी को छोड़ दिया।
इसके बाद देर रात एसपी पश्चिमी और सीओ कर्नलगंज को सूचना होने पर पुलिस एक्टिव हुई। पुलिस ने रात भर छापेमारी की और 4 आरोपियों को हिरासत में ले लिया। मुख्य आरोपित अमित अग्रवाल फरार है। पुलिस के मुताबिक उसकी तलाश की जा रही है।
मॉडल की तहरीर पर ग्वालटोली पुलिस ने अमित अग्रवाल, समीर अग्रवाल, सक्षम साहू, मनोज, शुभम और एक अज्ञात के खिलाफ रेप, छेड़छाड़ और षड्यंत्र रचने की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।
सोमवार दोपहर लगभग 2 बजे डीआईजी अनंत देव, एसपी पश्चिमी डॉ। अनिल कुमार फॉरेन्सिक टीम के साथ बंगले पहुंचे। पुलिस ने टीम के साथ वहां जांच पड़ताल की। इधर महिला थाना एसओ वर्षा श्रीवास्तव ने मॉडल का मेडिकल कराया। डीआईजी अनंत देव ने कहा कि घटना गम्भीर है। इस मामले में सभी दोषी है। घटना में एक मुख्य आरोपी है बाकी ने षड्यंत्र रचा था। इन सभी लोगों को जेल भेजा जाएगा।
जिस बंगले में रेप की वारदात को अंजाम दिया गया वो पहले भी काफी चर्चित रह चुका है। इस बंगले में मैरिज फंक्शन हुआ करते थे। आसपास के लोगों की शिकायत के बाद केडीए ने आवासीय भू प्रयोग के खिलाफ कॉमर्शियल एक्टिविटीज किए जाने पर बंगले को सील कर दिया था। बावजूद इसके मैरिज फंक्शन का दौर नहीं रुका। बंगले का दूसरा गेट खोलकर पार्टी की जाने लगी। इसकी जानकारी स्थानीय थाने के अफसरों को थी।