गुवाहाटी
डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआइ) ने एक गुप्त सुचना के आधार पर गुवाहाटी रेलवे स्टेशन से हाथीदांत की तस्करी करनेवाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. डीआरआइ की टीम ने इनके पास से हाथी दांत जब्त किये हैं. विदेशी बाजार में ज़ब्त किये गए हाथी दांत की कीमत करोड़ों में हैं.
उन के नाम मोहम्मद बदरूल हुसैन (निवासी, होजाई जिला, असम) और सूरज कुमार दास (निवासी न्यू जलपाइगुड़ी) है.
डीआरआइ सूत्रों के मुताबिक उन्हें खबर मिली थी कि असम से जंगली जानवरों के शरीर के अंग की स्मगलिंग होने की जानकारी उन्हें मिल रही थी. इसके बाद वन विभाग की टीम को साथ लेकर गुवाहाटी स्टेशन के पास दो युवकों पर संदेह होने पर दोनों को पकड़ा गया. उनके पास मौजूद सामान की जांच करने पर कुल 24 हाथी दांत जब्त किये गये.
प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि मोहम्मद बदरूल हुसैन असम के होजाई जिला का रहनेवाला है. वह गुवाहाटी स्टेशन में इन पैकेट को सूरज कुमार दास के हवाले करने आया था.
सूरज ने बताया कि वह रेलवे का अस्थाई कर्मी और सराइघाट एक्सप्रेस ट्रेन में कोच अटेंडेंट है. वह इन पैकेट को यहां से लेकर न्यू जलपाइगुड़ी में तीसरे व्यक्ति के हवाले करनेवाला था. इसके बाद इसे नेपाल सप्लाई कर दिया जाता. नेपाल में इस तरह के कीमती वस्तुओं की काफी मांग होने के कारण इसे वहां भेजा जा रहा था.
डीआरआइ सूत्रों का कहना है कि इसके पहले भी डीआरआइ की टीम ने सिलीगुड़ी के बस स्टैंड में 15 फरवरी को छापेमारी कर हाथी दांत जब्त किया था. उस समय भी हाथी दांत असम के लखीमपुर से लाये गये थे.