तवांग
अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा से सटा, और ऊंचे ऊंचे पहाड़ियों के बुलंदी पर बसा छोटा सा गाँव, बोमजा के लोग रातों रात करोडपती बन गए हैं. आप को यह जान कर शायद हैरानी हो रही होगी लेकिन यह शत प्रतिशत सच है. और यह हम नहीं कह रहे हैं बल्की इस की जानकारी खुद अरुणाचल प्रदेश के मुख्य मंत्री पेमा खांडू ट्वीट कर दे रहे हैं. अब भी यकीन नहीं आ रहा है तो नीचे उन का ट्वीट पढ़ लें.
Bomja village under Tawang district is having only 31 households. Now it must be one of the richest village in India. Thanks to #DefenceMinister Madam @nsitharaman Ji @PMOIndia @MDoNER_India https://t.co/7Wut81E1Mi
— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) February 8, 2018
चलिए अब आप को पूरी जानकारी देते हैं. अरुणाचल प्रदेश के बोमजा गांव का हर परिवार करोड़पति बन गया है. दरअसल अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले के गांव बोमजा में भारतीय सेना का गैरिसन बनाने के लिए ज़मीनों का अधिग्रहण किया गया था, जिसकी एवज में गांव ज़मीन मालिकों को मुआवज़ा वितरित किया गया.
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बुधवार को बोमजा गांव के उन जमींदारों को 40,80,38,400 रुपये का मुआवजा दिया, जिनकी जमीन पर भारतीय सेना ने अधिग्रहण किया था. मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने मुआवजे की राशि वाले चेक बांटते हुए इस बात की जानकारी दी कि 200.056 एकड़ भूमि का अधिग्रहण भारतीय सेना के तवांग गैरीसन की प्रमुख स्थान योजना इकाइयों के लिए किया गया है.
सरकार द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में जानकारी दी गई कि गांव के 31 जमीन मालिकों में यह राशि वितरित की गई है। सबसे अधिक मुआवजे की राशि, 6,73,29,925 रुपये रही। एक अन्य को 2,44,97,886 रुपये की राशि का चेक दिया गया, अन्य 29 लाभार्थियों को 1,09,03,813 राशि का चेक सौंपा गया है.
मुख्यमंत्री ने लम्बे समय से पेंडिंग ज़मीन मुआवज़े को मंज़ूरी देने के लिए केंद्रीय रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद दिया, तथा जानकारी दी कि रक्षा उद्देश्यों से जुड़े इसी तरह के अन्य भूमि अधिग्रहणों की एवज में दिए जाने वाले मुआवज़े के बारे में केंद्र से बातचीत जारी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रगति की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा, ‘केंद्र की मदद से अरुणाचल प्रदेश तेजी से प्रगति कर रहा है. अरुणाचल को रेल, हवाई मार्ग, डिजिटल और सड़क के जरिए जोड़ने पर भी जोर दिया जा रहा है’ मुख्यमंत्री ने बताया कि तवांग को जल्द ही रेल मार्ग से जोड़ दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस बार के बजट में तवांग के सेला दर्रा में टनल बनाने के लिए राशि का आवंटन किया गया है.