गुवाहाटी
घटना मंगलवार की शाम 4.15 बजे की है जब कटिहार डिवीजन के टीटीआई ए.पी. गुप्ता ने सिक्किम महानंद एक्सप्रेस के कोच एस-1 में तीन यात्रियों को अचेत अवस्था में पाया. उस समय ट्रेन प्राणपुर रोड स्टेशन से गुजर रही थी, गुप्ता ने जल्द ही तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए कटिहार में वाणिज्यिक नियंत्रण को सूचित किया, रेलवे डॉक्टर ने 5.15 बजे बारसोई में ट्रेन के आगमन पर यात्रियों का उपचार किया. प्राथमिक चिकित्सा देने के बाद सभी यात्रियों को रेलवे कर्मचारियों द्वारा आगे के इलाज के लिए बारसोई सिविल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया.
यह तीनो यात्री सचिन ठाकुर (37), सूरज दोर्जी (47) और श्रीमती ज्योति देवी (23) दिल्ली से हसीमारा के लिए एस-1 कोच में बर्थ नंबर 58, 59 और 61 पर यात्रा कर रहे थे. सह-यात्रियों में से एक द्वारा प्रदान की गई जानकारी के आधार पर, गाजियाबाद से ट्रेन में सवार एक अन्य सहयात्री ने रात के दौरान मुगलसराय स्टेशन के पास उन्हें बोतलबंद दूध दिया था, जिसमें संदिग्ध नशे की वस्तु की मिलावट थी. उसके बाद उन सभी ने अपनी चेतना खो दी और उनका पैसा चोरी हो गया. हालांकि, कोच के किसी सह-यात्री ने इस मामले को किसी को भी सूचित नहीं किया और टीटीआई की सतर्कता की वजह से तत्काल कार्रवाई की जा सकी और आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जा गई.
पू.सी. रेलवे के कटिहार डिवीजन के विभागीय अधिकारी ने भी अस्पताल से छुटने के बाद बारसोई में कविगुरु एक्सप्रेस द्वारा हसीमारा तक अपनी यात्रा के लिए यात्रियों को सभी आवश्यक सहायता और वित्तीय सहायता प्रदान की.