दो साल के बाद असम के मुख्य मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने अपने मंत्रीमंडल का विस्तार करते हुए सात नए मंत्रियों को अपने मंत्रीमंडल में शामिल किया.
गुवाहाटी
असम में पहली बार सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत गठबंधन सरकार ने दो साल के बाद पहला मंत्रिमंडल विस्तार गुरुवार को किया जिस में बीजेपी के पांच और सहयोगी गठबंधन पाटिर्यों असम गण परिषद (एजीपी) और बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट (बीपीएफ) के एक-एक सदस्य सहित मंत्रिमंडल में 7 नए चेहरे शामिल किये गए.
राजग सरकार के 2016 में सत्ता में आने के बाद सोनोवाल सरकार के मंत्रिमंडल में यह पहला विस्तार है. मंत्रिमंडल में शामिल किए गए सात मंत्रियों में से चार कैबिनेट मंत्री हैं, जबकि वहीं तीन राज्य मंत्री हैं.
राजभवन में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल जगदीश मुखी ने भाजपा के सिद्धार्थ भट्टाचार्य , भाबेश कलिता , सम रोंघांग , तपन गोगोई और पियूष हजारिका , असम गण परिषद् ( एजीपी ) के फनी भूषण चौधरी और बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट ( बीपीएफ ) के चंदन ब्रह्मा को पद की शपथ दिलाई.
इन सातों में से एजीपी और बीपीएफ के विधायक राज्य की पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान मंत्री रह चुके हैं.
सर्बानंद सोनोवाल के मंत्रिमंडल ने 11 मंत्रियों के साथ 24 मई 2016 को कार्यभार संभाला था. इनमें मुख्यमंत्री , कैबिनेट के आठ मंत्रियों और स्वतंत्र प्रभार वाले दो राज्य मंत्रियों ने शपथ ली थी. असम मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत 19 मंत्री हो सकते हैं. सात नए मंत्रियों को शामिल किए जाने के बाद भी एक पद रिक्त रहता है.